RANCHI : Kalpana Soren Minister:…तो कल्पना सोरेन आज शपथ लेगी? सियासी गलियारों में चर्चा पूरजोर है कि कल्पना सोरेन भी कल मंत्री पद की शपथ ले सकती है। हेमंत सोरेन ने भी इसकी रजामंदी दे दी है। आज कैबिनेट का पुनर्गठन होने जा रहा है, ऐसे में चर्चा ह कि दो से तीन मंत्री आज शपथ ले सकते हैं। एक मंत्री बादल पत्रलेख की छुट्टी हो सकती है, वहीं कल्पना सोरेन की कैबिनेट में इंट्री हो सकती है। ये कयास इसलिए लगा है क्योंकि कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर के पहुंचने के कुछ ही देर बाद हेमंत सोरेन की पत्नी और गांडेय विधानसभा का उपचुनाव जीत कर विधायक बनीं कल्पना सोरेन भी वहां पहुंच गई थीं।
मंत्रिमंडल में बदलाव को लेकर दोनों ने तकरीबन 45 मिनट तक बातचीत की। उसी दौरान मंत्रिमंडल में फेरबदल पर भी चर्चा हुई। जानकारी है कि चंपाई सोरेन को भी हेमंत सोरेन की तरफ से मैसेज पहुंचा दिया गया है। पार्टी की तरफ से बोल दिया गया है कि अगर विधानसभा चुनाव में झामुमो को बेहतर प्रदर्शन करना है, तो कल्पना सोरेन को लीड करना होगा। इसलिये उन्हें मंत्री बनाया जरूरी है। लोकसभा चुनाव में कल्पना सोरेन ने अपने अकेले दम पर पार्टी को पिछले चुनाव की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कराया था।
जमीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से गिरफ्तार किए जाने के बाद हेमंत सोरेन होटवार जेल में ही बंद हैं। वो कब तक बाहर आ पायेंगे, इसकी भी गुंजाइश नहीं के बराबर है। ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार हुआ तो दो मंत्री बनाए जा सकते हैं। आलमगीर आलम कांग्रेस कोटे से मंत्री बने थे, इसलिए कोशिश यह है कि अल्पसंख्यक समुदाय से ही किसी को मंत्री बनाया जाए। दूसरी सीट भी कांग्रेस को मिल सकती है। इस पर हेमंत सोरेन से भी सहमति मिल जाने की बात बताई जा रही है। चर्चा तो यह भी है कि कांग्रेस कोटे के किसी एक मंत्री को बदला भी जा सकता है।
जानकारी के अनुसार अल्पसंख्यक कोटे से इरफान अंसारी मंत्री बन सकते हैं. वहीं SC कोटे से बैधनाथ राम का नाम आ सामने का सकता है. सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं को शपथ की सूचना मिल चुकी हैं. अगर बैधनाथ शपथ लेते हैं तो 12वें मंत्री का पद भी पूर्ण होगा. बता दें, इरफान अंसारी जामताड़ा से विधायक हैं तो वहीं बैधनाथ राम लातेहार सीट से एमएलए हैं। दीपिका पांडेय के नाम की भी चर्चा है।
कल्पना सोरेन पर पार्टी का जोर हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने पार्टी और गठबंधन की कमान संभाल ली है। हालांकि वे राजनीतिक फैसले पति की सलाह से ही लेती रही हैं। उन्हें हेमंत के जेल जाने की सहानुभूति भी खूब मिल रही है। गांडेय में उनकी जीत और भाजपा को तीन सीटों का नुकसान कल्पना के नेतृत्व और हेमंत सोरेन के जेल जाने से उपजी सहानुभूति लहर का ही परिणाम माना जा रहा है।