Punjab BJP State President Sunil Jakhar: 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक एक साल पहले पंजाब बीजेपी में बड़ा बदलाव हुआ था। तब पार्टी ने पूर्व कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ को पंजाब इकाई की कमान सौंपी थी….
पंजाब : हरियाणा चुनाव के बीच भाजपा का झटका लगा है। पंजाब में होने वाले पंचायत चुनाव से ठीक पहले सुनील जाखड़ ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्हें एक साल पहले ही इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट में जाखड़ के इस्तीफे का दावा किया जा रहा है। अभी तक न तो जाखड़ ने ही और न किसी बीजेपी नेता ने इस बात की पुष्टि की है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बिट्टू को केंद्र में मंत्री बनाए जाने से जाखड़ नाराज थे। हालांकि, अलाकमान ने अभी तक जाखड़ का इस्तीफा मंजूर नहीं किया है। हाल के दिनों में जाखड़ प्रदेश कार्यकारिणी की जरूरी बैठकों से दूरी बनाए हुए हैं। इस्तीफा देने को लेकर सुनील जाखड़ ने चुप्पी साधी है।
15 अक्टूबर को होने वाले पंचायत चुनावों से पहले राज्य भाजपा नेतृत्वविहीन हो गई है। सुनील जाखड़ के करीबी और भाजपा के पंजाब और राष्ट्रीय संगठन के कई सूत्रों ने द ट्रिब्यून को पुष्टि की है कि जाखड़ ने इस्तीफा दे दिया है। आगामी पंचायत चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा और उसे अंतिम रूप देने के लिए आज यहां राज्य भाजपा की महत्वपूर्ण बैठक में वह शामिल नहीं हुए।
द ट्रिब्यून ने सूत्रों के हवाले से बताया कि राज्य इकाई के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने जाखड़ को फोन करके पूछा कि क्या वह बैठक में भाग ले रहे हैं। जाखड़ ने कथित तौर पर उन्हें बताया कि वह आज की बैठक में भाग नहीं ले रहे हैं और भविष्य में भी प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर किसी बैठक में भाग नहीं लेंगे। जाखड़ ने अपने इस्तीफे पर द ट्रिब्यून से टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि यह पार्टी का आंतरिक मामला है। सूत्रों ने बताया कि भाजपा नेतृत्व ने अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है।
सूत्रों ने बताया कि जाखड़ ने जालंधर उपचुनाव के बाद जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी आलाकमान को सूचित कर दिया था कि वह प्रदेश अध्यक्ष पद पर बने नहीं रहना चाहते हैं।
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जाखड़ ने 10 जुलाई के बाद से पार्टी की राज्य इकाई की किसी बैठक में भाग नहीं लिया है। वह राज्य भाजपा के चल रहे सदस्यता अभियान में शामिल नहीं थे। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि जाखड़ कुछ पारंपरिक भाजपा नेताओं के साथ सहज नहीं थे और नीतियों और रणनीति पर अक्सर उनके साथ मतभेद होते थे।
इस साल लोकसभा चुनाव में भाजपा को कोई सीट नहीं मिली और पार्टी जालंधर उपचुनाव भी हार गई। मई 2022 में भाजपा में शामिल होने से पहले जाखड़ ने कांग्रेस में रहते हुए एक नहीं बल्कि कई बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने 2019 में गुरदासपुर लोकसभा चुनाव में अभिनेता सनी देओल से हारने के बाद पीपीसीसी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। उस समय कांग्रेस ने इसे स्वीकार नहीं किया था।
जाखड़ अबोहर से दो बार विधायक और एक बार गुरदासपुर निर्वाचन क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं। जाखड़ ने 2021 तक चार साल तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में भी काम किया था। पठानकोट निर्वाचन क्षेत्र से विधायक अश्वनी शर्मा 2010 से 13 और 2019 से अब तक दो बार प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।