लखनऊ : चिनहट ब्रांच में हुई डकैती पर इंडियन ओवरसीज बैंक का आधिकारिक बयान सामने आया है. बैंक ने कहा कि वह इस दुर्भाग्यपूर्ण डकैती की घटना पर खेद व्यक्त करता है. हम प्रभावित ग्राहकों की चिंताओं को दूर करने और आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए सक्रिय रूप से उनसे जुड़े हुए हैं। लखनऊ में Indian Overseas Bank की चिनहट ब्रांच में हुई डकैती के बाद ग्राहकों के चेहरे पर मायूसी है. उन्हें चिंता सता रही है कि आखिर उनके लॉकर में रखा सामान जो बदमाशों द्वारा लूट लिया गया है, वो वापस कैसे मिलेगा. हालांकि, बैंक अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया है. उधर, पुलिस ने भी एनकाउंटर के बाद बदमाशों से लूटी गई ज्वैलरी, कैश आदि को बरामद कर लिया है।
इस बीच चिनहट ब्रांच में हुई डकैती पर इंडियन ओवरसीज बैंक का आधिकारिक बयान सामने आया है. बैंक ने कहा कि वह इस दुर्भाग्यपूर्ण डकैती की घटना पर खेद व्यक्त करता है तथा 24 घंटे के भीतर संदिग्धों को पकड़ने में, त्वरित और कुशल कार्रवाई के लिए पुलिस और स्थानीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों के प्रति आभार प्रकट करता है।
बैंक का बयान
इंडियन ओवरसीज बैंक के मुताबिक, पर्याप्त सुरक्षा उपायों के बावजूद यह घटना घटी, लेकिन वह अपने ग्राहकों के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. बैंक चल रही पुलिस जांच प्रक्रिया में सहयोग करना जारी रखेगा और हर संभव तरीके से अधिकारियों की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है। Indian Overseas Bank ने अपने बयान में आगे कहा कि हम प्रभावित ग्राहकों की चिंताओं को दूर करने और आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए सक्रिय रूप से उनसे जुड़े हुए हैं. बैंक सभी हितधारकों को आश्वस्त करता है कि हमारे पास ऐसी घटनाओं के लिए बीमा कवरेज है और हमारे ग्राहकों और उनकी संपत्तियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
ग्राहक परेशान
आपको बता दें कि इंडियन ओवरसीज बैंक में रविवार को पड़ी डकैती के दूसरे दिन सुबह से ही लोग अपने लॉकर देखने पहुंचने लगे थे. वहीं, बैंक के अधिकारी व कर्मचारी ग्राहकों को समझाने का प्रयास कर रहे थे. कुछ ग्राहक तो लॉकर सुविधा को ही लेने से मना कर रहे थे तो वहीं कुछ ऐसे थे जो अपने सामान की वापसी चाहते थे. कई ग्राहक अपने साथ डायरी लेकर आए थे, जिनमें लॉकर में रखे सामानों की लिस्ट थी. आरोप है कि किसी भी लॉकर धारक को बैंक ने लॉकर टूटने की सूचना नहीं दी थी. इसको लेकर लोगों में खासी नाराजगी रही. ग्राहकों का कहना था कि उन्हें मीडिया के माध्यम से लॉकर टूटने का पता चला.
42 लॉकर टूटे थे
मालूम हो कि चिनहट के मटियारी चौराहे स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में 90 लॉकर थे, जिनमें से 42 को तोड़कर डकैत लूट ले गए थे. बिहार के गैंग के सदस्य 23 दिसंबर को तड़के चिनहट स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक की दीवार में 2.5 फीट का छेद काटकर अंदर दाखिल हुए थे. उन्होंने 90 में से 42 लॉकरों से कीमती सामान लूट लिया।
पुलिस उपायुक्त (पूर्वी क्षेत्र) शशांक सिंह ने कहा कि गिरोह में सात सदस्य शामिल थे, जिनमें से छह बिहार के विभिन्न जिलों के रहने वाले हैं. सातवां आरोपी, विपिन कुमार वर्मा, लखनऊ का निवासी है. विपिन वर्मा ने ही बैंक की रेकी की थी और लखनऊ में गैंग के सदस्यों के रहने-खाने, गाड़ी इत्यादि की व्यवस्था की थी. फिलहाल, इसमें दो बदमाश एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं. तीन पकड़े गए हैं. इन बदमाशों के पास से सोना-चांदी आदि बरामद हुआ है, जो इन्होंने बैंक के लॉकर से लूटा था।
