संभल : यूपी के संभल में लगातार वर्षों से बंद पड़े प्राचीन मंदिर मिल रहे हैं। इसी क्रम में सरायतरीन क्षेत्र के मोहल्ला कायस्थान में भी मंगलवार को एक प्राचीन मंदिर मिला है। यह मंदिर 150 साल पुराना बताया जा रहा है। 1992 के अयोध्या में हुए दंगे के बाद से यह मंदिर बंद था। इसके बाद भयवश लगभग 100 हिंदू परिवार इस मोहल्ले से चले गए थे। मंदिर में राधा-कृष्ण और हनुमान जी की मूर्तियां मिली हैं।
मोहल्ले से पलायन कर गए थे हिंदू परिवार
संभल में सिलसिलेवार ढंग से कई प्राचीन मंदिर मिल रहे हैं, जो वर्षों से बंद थे। अभी कुछ दिनों पहले ही खग्गू सराय में एक मंदिर मिला था, जिसमें हनुमानजी की मूर्ति और एक शिवलिंग मिला था, मंदिर की प्राचीनता का पता लगाया जा रहा था। इसी क्रम में मंगलवार को मोहल्ला कायस्थान में एक प्राचीन मंदिर मिला है। इस मंदिर में राधा-कृष्ण और हनुमान जी की मूर्तियां मिली हैं। मुस्लिम बहुल मोहल्ले से 1992 के दंगों के बाद हिंदुओं के लगभग 100 परिवार पलायन कर गए थे। अमूमन त्योहारों पर ही लोग यहां पूजा करने आते हैं। अब फिर से मंदिर में पूजा-अर्चना शुरू हो गई है।
अज्ञात से मिली थी इलाके में मंदिर होने की सूचना
मोहल्ला कायस्थान में मिला यह मंदिर लगभग 15 फीट ऊंचा और 25 मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस मंदिर में ‘पधान बुद्धसैन 1982’ उत्कीर्ण है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि 1982 में मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया होगा। इस इलाके में मंदिर होने की सूचना जिला प्रशासन को किसी अज्ञात ने दी थी। इस मंदिर की देखभाल सैनी समुदाय के लोगों द्वारा की जा रही थी। मंदिर की चाबी ऋषिपाल सैनी (पक्का बाग निवासी) के पास थी।