प्रयागराज : महाकुम्भ में स्नान करने वालों की संख्या 50 करोड़ पार कर गई है। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इससे पूर्व के किसी भी कुम्भ, महाकुम्भ में इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान नहीं किया। खास बात यह है कि 50 करोड़ का आंकड़ा मेला अवधि पूरी होने से पूर्व ही पार हो गया है। मेला अभी 26 फरवरी तक है। उस दिन महाशिवरात्रि का स्नान होना है। अभी 12 दिन बचे हुए हैं। छह में पांच प्रमुख स्नान पर्वों के समाप्त होने के बाद भी मेला में श्रद्धालुओं के आने का क्रम जिस गति से जारी है उसे देखते हुए महाशिवरात्रि तक लगभग 60 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान लगाया जा रहा है।
महाकुम्भ का शुभारंभ 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के स्नान के साथ हुआ था। 13 जनवरी से लेकर गुरुवार (13 फरवरी) की रात आठ बजे तक 32 दिनों में 49.14 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके थे। शुक्रवार की रात आठ बजे तक 96.98 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया। इस प्रकार अब तक स्नान करने वाले कुल श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर 50.11 करोड़ से अधिक हो गई है। मेला क्षेत्र में हालात ऐसे हैं कि यहां पर आम दिनों में भी माघ महीने के प्रमुख स्नान पर्व जैसा नजारा दिख रहा है। सिर पर गठरी बांधे लोग हर दिशा से पैदल चलकर संगम पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को भी कई बार मेला व पुलिस प्रशासन को जोनल प्लान लागू कर श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र की बैरिकेडिंग में रोकना पड़ा।
ऐसे आते रहे श्रद्धालु
● सुबह आठ बजे तक 18.20 लाख
● सुबह 10 बजे तक 40.02 लाख
● दोपहर 12 बजे तक 53.95 लाख
● दोपहर दो बजे तक 73.19 लाख
● शाम चार बजे तक 79.73 लाख
● शाम छह बजे तक 92.84 लाख
● रात आठ बजे तक 96.98 लाख
यह सनातन में आस्था का परिचायक मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि भारत की आध्यात्मिकता, एकात्मता, समता और समरसता के जीवंत प्रतीक महाकुम्भ 2025, प्रयागराज में अब तक पावन त्रिवेणी में 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। यह सनातन के प्रति दृढ़ होती आस्था का परिचायक है। वास्तविक अर्थों में भारत की लोक आस्था का यह अमृतकाल है। एकता और आस्था के इस ‘महायज्ञ’ में पवित्र स्नान का पुण्य लाभ प्राप्त करने वाले सभी पूज्य साधु-संतों, धर्माचार्यों, कल्पवासियों एवं श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन |
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