देवघर : राजकीय श्रावणी मेला-2025 का समापन शनिवार को हो गया। अपराह्न बेला में बाबा वैद्यनाथ मंदिर के मंझला खंड में लगाए गए आंतरिक और निकास द्वार के समीप लगाए गए तीन अन्य अरघा को भी हटा दिया गया। उसके बाद सरदार पंडा गुलाब नंद ओझा की उपस्थिति में डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने कई अधिकारियों की उपस्थिति में विशेष पूजा कर श्रावणी मेले के सफल संचालन पर बाबा का आभार जताया। इस दौरान बाबा को रक्षासूत्र बांधा गया। वहीं श्रावण पूर्णिमा पर प्रात: 3:05 बजे बाबा के गर्भगृह का पट खोला गया। प्रात:कालीन सरकारी पूजा के बाद प्रात: 4:30 बजे से आमभक्तों ने जलार्पण शुरू किया। पूर्वाह्न में अरघा से फिर स्पर्श पूजा हुई। शीघ्र दर्शनम कूपन मिलने से हजारों भक्तों ने कूपन लेकर जलार्पण किया। यह भी बता दें कि देवघर में बांग्ला श्रावणी मेला अभी जारी है। इसका मापन 17 अगस्त को होगा।
बताते चलें कि मासव्यापी मेले के दौरान हर दिन लाखों की संख्या में कांवरिए और श्रद्धालु बाबा वैद्यनाथ पर सुगम जलार्पण करते रहे। वैसे श्रावणी मेले की चौथी व अंतिम सोमवारी के बाद से श्रद्धालुओं की संख्या में उत्तरोत्तर कमी दर्ज की जाती रही, जो श्रावण पूर्णिमा तक बरकरार रहा। बताते चलें कि बांग्ला श्रावणी मेले का समापन आगामी 17 अगस्त को सिंह संक्रांति के अवसर पर होना है। उधर राजकीय मेले के अंतिम 30वें दिन शनिवार को भी बाबानगरी में श्रद्धालुओं की कम भीड़ दिखी। भक्तों के सुगम जलार्पण के साथ सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। बाबा वैद्यनाथ पर लगभग एक लाख कांवरियों व श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया। राजकीय श्रावणी मेले को लेकर बाबानगरी में कांवरियों व श्रद्धालुओं का खासा उत्साह देखा गया। बाबा पर जलार्पण के लिए शुक्रवार रात से ही श्रद्धालु कतार में लग गए थे। बाबा वैद्यनाथ मंदिर परिसर से बीएड कॉलेज के आगे तक करीब 5 किलोमीटर तक लंबी कतार लगी थी।
