मुंबई। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में आरोपी शुभम लोनकर अभी भी फरार है. उसके भाई प्रवीण लोनकर को पुणे से गिरफ्तार किया गया था और उसे पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है. बताया जाता है कि प्रवीण लोनकर ने वित्तीय सहायता के साथ-साथ लॉजिस्टिक मुहैया कराई थी. शुरुआत में पता चला कि बंदूक शुभम लोनकर के पास से आई थी। पूछताछ में पता चला है कि हत्या के आखिरी समय तक प्रवीण लोनकर तीन अन्य आरोपियों शिव कुमार, धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह के संपर्क में था. आरोपियों को शुरुआत में 50,000 रुपये दिए गए और कहा गया कि काम के बाद उन्हें बड़ी रकम मिलेगी. आरोपियों को बाबा सिद्दीकी की फोटो और बैनर की फोटो दी गई और बताया था यह टारगेट है।
इस साजिश में जीशान अख्तर भी शामिल है. यह आरोपी पंजाब का रहने वाला है. शुभम लोनकर और प्रवीण लोनकर दोनों ने आरोपी शिव कुमार और धर्मराज कश्यप को बाबा सिद्दीकी की हत्या का काम सौंपा था लेकिन यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि सुपारी किसने दी थी. शिव कुमार ने मुंबई में किराए का मकान मुहैया कराया और वहीं उसने धर्मराज कश्यप को बुलाया. इसके बाद गुरुनेल सिंह भी सीधे मुंबई में उनके घर आ गया. ऐसा बताया जा रहा है कि आरोपी शिव कुमार को गोली चलानी थी और उसके पीछे खड़े धर्मराज कश्यप एक स्प्रे मारने वाला था जिससे उसे भागने में मदद मिलती. स्प्रे धुएं की तरह था जिससे खुजली हो रही थी. यह जानकारी इंटेरोगेशन के दौरान आरोपी धर्मराज कश्यप ने दी है. प्रवीण को आज मुंबई के किला कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे 21 अक्टूबर तक पुलिस की रिमांड में भेजा गया है. वहीं, धर्मराज कश्यप और गुरनेल को भी पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है जबकि शिव कुमार अभी फरार है।