लोकतंत्र सवेरा न्यूज़ : शामली जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र में यूपी एसटीएफ ने सोमवार देर रात कग्गा गैंग के चार कुख्यात बदमाशों को मुठभेड़ में मार गिराया। एसटीएफ ने मुखबिर की सूचना पर बदमाशों की कार को घेरने की कोशिश की, लेकिन बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ ने 30 राउंड फायरिंग करते हुए चार बदमाशों को ढेर कर दिया।
इंस्पेक्टर सुनील गंभीर रूप से घायल
मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर सुनील को तीन गोलियां लगीं। उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इंस्पेक्टर सुनील 25 वर्षों से एसटीएफ में कार्यरत हैं और ददुआ व ठोकिया गैंग के खिलाफ बड़े ऑपरेशनों का हिस्सा रह चुके हैं।
मारे गए बदमाशों की पहचान
मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों में सहारनपुर के 1 लाख के इनामी अरशद, सोनीपत के मंजीत और करनाल के सतीश शामिल हैं। चौथे बदमाश की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है। अरशद पर हत्या और लूट के 17 मामले दर्ज थे, जबकि मंजीत पैरोल पर फरार था।
ऑपरेशन की पूरी कार्रवाई
एसटीएफ एएसपी बृजेश कुमार सिंह के अनुसार, बदमाशों की कार का पीछा करते हुए एसटीएफ टीम ने उसे घेरा। बदमाशों ने कार से ही फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में तीन बदमाशों को कार में ही ढेर कर दिया गया, जबकि चौथा बदमाश कुछ दूरी पर मारा गया।
पिछले 15 वर्षों की सबसे बड़ी कार्रवाई
यह मुठभेड़ पिछले 15 वर्षों की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। कग्गा गैंग, जिसे पहले मुकीम काला चलाता था, पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खौफ फैलाने का आरोप था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, गैंग ने झिझाना की बिडोली चौकी पर एक सिपाही की हत्या जैसी कई संगीन वारदातों को अंजाम दिया था।
इंस्पेक्टर सुनील की स्थिति नाजुक बनी हुई है, और पुलिस महकमा उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना कर रहा है।