पटना : जब लोकतंत्र के नाम पर सड़कों पर उतरने वाले लोग संवेदनशीलता की सारी सीमाएं लांघ जाएं, तो समझिए मुद्दा सिर्फ राजनीति का नहीं इंसानियत के पतन का भी है। बिहार बंद के नाम पर एक गर्भवती महिला को अस्पताल ले जा रही एंबुलेंस को बीच सड़क पर रोक दिया गया सिर्फ इसलिए कि ड्राइवर किसी विशेष जाति का है और बंद में “अनुशासन” दिखाना जरूरी है? क्या राजनीति इतनी अंधी हो सकती है कि एक महिला की जिंदगी और मौत से जूझती हालत भी आपको न दिखे?
और अगर यह काफी नहीं था, तो जहानाबाद में एक महिला शिक्षक को स्कूल जाने से रोका गया, उससे बदसलूकी की गई और खुलेआम सड़क पर उनका अपमान किया गया वो भी महिला कार्यकर्ताओं द्वारा। बता दें कि, बिहार में एनडीए द्वारा बुलाए गए ‘बिहार बंद’ के दौरान कई शर्मनाक और अमानवीय घटनाएं सामने आई हैं, जिनके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। हालांकि इन वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। इन वीडियो में बीजेपी कार्यकर्ताओं को प्रसव पीड़ा से गुजर रही एक गर्भवती महिला को ले जा रही एंबुलेंस को रोकते और एक महिला शिक्षिका के साथ बदसलूकी करते हुए देखा जा सकता है।
एंबुलेंस में जा रही गर्भवती महिला को रोका
सबसे चौंकाने वाली घटना जहानाबाद में सामने आई, जहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एक गर्भवती महिला को अस्पताल ले जा रही एंबुलेंस को बीच सड़क पर रोक दिया। वायरल हो रहे वीडियो में, एक बीजेपी नेता हाथ में पार्टी का झंडा लिए एंबुलेंस को रोक रहा है, जबकि एक यूट्यूबर इस अमानवीय हरकत का विरोध कर रहा है। यूट्यूबर ने कहा कि आप कैसे एक गर्भवती महिला को अस्पताल जाने से रोक सकते हैं। इस पर बीजेपी नेता ने बेतुकी बहस करते हुए एंबुलेंस ड्राइवर को यादव बताते हुए कहा कि वह झूठ बोल रहा है। उसने यह भी कहा कि अगर अस्पताल जाना ही है तो दूसरे रास्ते से जाएं।
राजद की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका भारती ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने लिखा कि भाजपा के गुंडे कह रहे हैं- आज ही इसको पेट में दर्द (प्रसव पीड़ा) होना था। मां गर्भ से है, डिलीवरी होने के लिए अस्पताल जाना है, मगर ये गुंडे बिहार बंद के नाम पर रास्ता बंद कर दिए। मोदी जी एक गर्भवती मां के साथ आपके लोग गुंडई कर रहे हैं।
वहीं, राजद सुप्रीमो लालू यादव ने भी बिहार बंद को लेकर भाजपा पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि भाजपा के गुंडे-मवाली सम्मानित शिक्षिकाओं, राह चलती महिलाओं, छात्राओं, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और पत्रकारों को गालियाँ दे रहे हैं, उनके साथ हाथापाई कर दुर्व्यवहार कर रहे हैं? क्या यह उचित है ? लालू यादव ने आगे कहा कि क्या प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपाइयों को आदेश दिया है कि आज पूरे बिहार और बिहारियों की माताओं-बहनों और बेटियों को गाली दो? गुजराती लोग बिहारियों को इतने हल्के में ना लें। यह बिहार है।
भाजपा ने राहुल-तेजस्वी से माफी की मांग की
इन आरोपों के जवाब में, कैमूर में बिहार बंद को सफल बनाने में जुटे भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव से माफी की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की माँ को गाली देना पूरे देश को मंजूर नहीं है।
एक भाजपा कार्यकर्ता ने कहा, “महागठबंधन के ऐसे चाल-चरित्र से सभी लोग आहत हैं। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश की माँ-बहनों से माफी मांगनी होगी।” उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा माय-बहिन योजना की बात करती है, लेकिन उनके नेताओं ने ही माँ-बहनों का अपमान किया है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे ज्यादा देर तक सड़क जाम नहीं करेंगे, ताकि लोगों को ज्यादा परेशानी न हो।
महिला शिक्षिका के साथ बदसलूकी
बिहार बंद के दौरान एक और वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बीजेपी की महिला कार्यकर्ता एक महिला शिक्षिका को स्कूल जाने से रोक रही हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि कार्यकर्ता शिक्षिका को खदेड़ रही हैं और उनके साथ बदसलूकी कर रही हैं। इन घटनाओं ने न केवल आम जनता बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी नाराजगी पैदा कर दी है। ये घटनाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को अपशब्द कहे जाने के विरोध में एनडीए द्वारा बुलाए गए बिहार बंद के दौरान हुईं। हालांकि, इन वीडियो के सामने आने के बाद कई लोग बंद के औचित्य पर सवाल उठा रहे हैं और इसे गुंडागर्दी करार दे रहे हैं।
जहानाबाद में एक शिक्षिका को स्कूल जाने की देर हो रही थी तो उसने बंद का विरोध किया।
बीजेपी की नफ़रती महिला ने उसके साथ क्या किया आप ख़ुद देखिए!
बच्चों से ख़ास नफ़रत है इन्हें।
एक बच्चे की डिलीवरी नहीं होने दे रहे!
दूसरे बच्चों को पढ़ने नहीं दे रहे!pic.twitter.com/TMLeTTtwTZ— Priyanka Bharti (@priyanka2bharti) September 4, 2025