नई दिल्ली। सियाचिन में आग लगने की घटना में शहीद हुए कैप्टन अंशुमान के माता-पिता ने बहू पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि बेटे के शहीद होने के बाद उनकी बहू (स्मृति सिंह) ने बेटे का एटीएम कार्ड जोकि उसकी मां इस्तेमाल करती थीं, उसे तक ब्लॉक करवा दिया। इसके अलावा, परिवार द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले पोस्टपेड सिम को भी बदलवाकर प्रीपेड करवा दिया। कैप्टन अंशुमान की मां ने दावा किया कि वह अपनी बहू को बर्तन तक नहीं धुलने देती थीं, ताकि उसका हाथ न खराब हो। शहीद कैप्टन अंशुमान के पिता ने बड़े टीवी चनैल से बातचीत में कहा, ”अंशुमान के नाम से सिम था सारे परिवार का जोकि पोस्टपेड था। बहू ने बेसिक सिम से परिवार के सदस्यों को हटा दिया और उसे पोस्टपेड से प्रीपेड कर दिया। हमने जब कंपनी में फोन किया तब पता चला कि वहां फोन करके बंद करवा गया। तब भी हमने सोचा कि चलिए कोई बात नहीं। इसके बाद कैप्टन अंशुमान का जो एटीएम मेरी पत्नी इस्तेमाल करती थीं, उसे भी उन्होंने आठ तारीख को ब्लॉक करवा दिया। यह एटीएम अंशुमान के बैंक अकाउंट का था। उन्होंने यह पहले से ही मां को दे रखा था।”
शहीद के पिता ने आगे बताया कि अंशुमान सिंह का अपनी मां के साथ ऐसा अनमोल बंधन था, जैसा कि समाज में उतना अनमोल उदाहरण नहीं मिलेगा। शादी में उनके कुछ बाल पके थे, मां ने कह दिया कि मेरे बेटे का बाल बहुत सोना लगता है। शादी में लोगों ने उसे रंगवाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। बेटे का परिवार के साथ ऐसा लगाव था। जब भी वह घर आते तो अपनी मां के हाथों से ही खाना खाते थे। जब मैंने बहू के पिता से पूछा कि आप बताइए हमने क्या गलती की है? तो इस पर उन्होंने कहा कि हम पास्ट लाइफ को भूल जाना चाहते हैं। हमने जवाब दिया कि वह हमारे लिए जीवन का अंग हैं, भले ही आपके लिए भूत हों। हमारे वर्तमान व भविष्य वही हैं। वहीं, कैप्टन अंशुमान सिंह की मां ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं अपनी बहू को बर्तन तक नहीं धुलने देती थी। उन्होंने कहा, ”मैं चार महीने तक नोएडा में रही, वहां मैं उसे कहती थी कि तुम बर्तन मत धुलो, तुम्हारा हाथ खराब हो जाएगा।” जब बेटे ने शादी से पहले बहू के बारे में बताया था तो मैं उससे कहती थी कि कितनी लंबाई है, कैसी है। वह बहुत प्यारी थी। मैं बहुत ज्यादा खुश थी। वहीं, अंशुमान के पिता ने कहा कि यह (अंशुमान की मां) इतनी ज्यादा खुश थीं कि मैंने पूछा था बहू से कि चाय वगैरह बना लेती हो तो इन्होंने कहा कि मैं अपनी बहू को खुद खाना बनाकर खिलाऊंगी। इस पर मैंने कहा कि दुनिया की कोई भी सास अपनी बहू को खाना बनाकर नहीं खिलाई तो आप कैसे खिलाओगे।