मेरठ। मेरठ में मालगाड़ी के कई डिब्बे पटरी से उतरे गए, इससे अफरा-तफरी मच गई. ट्रेन डिरेल की वजह से कुछ देर के लिए उस रूट से गुजरने वाली ट्रेने थमी रहीं. दिल्ली तक मामले की गूंज पहुंची तो अधिकारी मौके की तरफ दौड़ पड़े. इसको लेकर रेलवे के अधिकारियों को पसीना आ गया. घटना के पीछे की वजह रेलवे अधिकारियों की लापरवाही बताई जा रही है, लेकिन जिम्मेदार कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं. मेरठ में सिटी स्टेशन के पास ही अचानक से मालगाडी के डिब्बे पटरी से उतर गए. बहुत तेज आवाज हुई और पूरी मालगाड़ी रूक गई. इससे सिटी स्टेशन पर मौजूद लोग मालगाडी की तरफ दौड़ पड़े. लोगों की भीड़ जमा हो गई. कुछ ही देर बाद स्टेशन मास्टर और जीआरपी के जवान भी मौके पर पहुंच गए और लोगों को ट्रैक से दूर किया।
माल गाड़ी के कई डिब्बे पटरी से उतरने की सूचना मिलते ही रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे. दिल्ली से रेल मोबाइल ब्रेक डाउन वैन को भी रवाना कर दिया गया और कुछ ही देर बाद वो भी मेरठ पहुंच गई. इमरजेंसी एक्सपर्ट की टीम की 20 से ज्यादा सदस्य डिरेल हुए डिब्बों को ट्रैक पर वापस चढ़ाने में जुटे रहे. कुछ ही देर बार एडीआरएम भी पहुंच गए और बाकी अन्य अफसर भी. मेरठ पहुंचे रेलवे के अधिकारी बस यही कहते नजर आ रहे थे की जल्दी हो जाएगा, रेलवे ट्रैक क्लियर कर देंगे. काम में देरी होने पर अधिकारियों की फटकार भी लग रही थी. रेलवे के अधिकारियों के साथ आई टीम के कुछ मेंबर फोटो खींचकर भी भेज रहे थे. वहीं इस हादसे ने कई सवालों को जन्म दे दिया है. हालांकि इसकी जिम्मेदारी अभी तय नहीं की गई है।