जालौन। सिपाही विकास पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। कॉन्स्टेबल की सिपाही पत्नी और नवजात बेटी की मौत हो गई। सिपाही विकास की पत्नी भी पुलिस विभाग में ही आरक्षक है। गर्भवती पत्नी को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। इसका पता चलते ही कॉन्स्टेबल ने थाना अध्यक्ष को छुट्टी के लिए एप्लिकेशन दी, मगर थाना प्रभारी ने छुट्टी नहीं दी। इस पर सिपाही ने घरवालों को फोन कर पत्नी को अस्पताल ले जाने के लिए कहा।
इसके बाद घरवाले महिला को अस्पताल ले गए। वहां उसने एक बच्ची को जन्म दिया। लेकिन, दोनों की हालत खराब थी। डॉक्टरों ने दोनों को आगरा रेफर कर दिया।आगरा ले जाते वक्त मां और नवजात बेटी दोनों की मौत हो गई। पत्नी-बेटी की मौत के बाद शनिवार को कॉन्स्टेबल ने सोशल मीडिया पर लिखा- मुझे माफ कर देना। महिला भी सिपाही थी और फिलहाल वह रेलवे पुलिस में तैनात थी।
जानकारी के मुताबिक मैनपुरी के बेला हार थाना क्षेत्र का रहने वाला विकास निर्मल 2018 बैच का सिपाही है। 2022 में उसकी शादी ज्योति से हुई थी। ज्योति भी कॉन्स्टेबल थी और इन दिनों उसकी तैनाती GRP में थी। मगर, प्रेग्नेंट होने की वजह से वह परिवार के साथ गांव में ही रह रही थी। इधर घटना के बारे में SP को पता चला, तब उन्होंने कॉन्स्टेबल को 1 महीने की छुट्टी दे दी। SP डॉ. ईरज राजा ने कहा- थाना अध्यक्ष अर्जुन सिंह ने गलती की है, उन्हें सिपाही को छुट्टी देनी चाहिए थी।
ASP असीम चौधरी ने बताया कि विभागीय जांच में थाना अध्यक्ष दोषी पाए गए हैं। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। विकास को 30 दिन की EL देकर घर भेजा गया है। पहले भी उसने जब छुट्टी मांगी, तब दी गई थी। उसे 25 दिन की छुट्टी दी जा चुकी है।वहीं, विकास की तैनाती जालौन के रामपुरा थाने में है। इससे पहले वह जालौन के ही सिरसा कलार थाने में तैनात था।
पत्नी के प्रेग्नेंट होने के चलते विकास अक्सर पत्नी की देखरेख और अस्पताल में दिखने के लिए छुट्टी लेकर घर जाया करता था। वह पत्नी का इलाज आगरा में करवा रहा था। डिलीवरी के लिए भी उसे पत्नी को आगरा में ही भर्ती करवाना था। ज्योति की डिलीवरी का समय नजदीक था। डॉक्टरों ने महिला का ट्रीटमेंट शुरू किया। महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया। लेकिन दोनों की तबीयत ठीक नहीं थी। इसलिए दोनों को आगरा रेफर कर दिया गया। परिवार वाले महिला और नवजात को एम्बुलेंस से लेकर आगरा के लिए निकले, मगर रास्ते में ही दोनों ने दम तोड़ दिया। विकास की पत्नी की यह पहली डिलीवरी थी।