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सड़क हादसे में जामताड़ा के युवक की मौत, एक घायल – एक घंटे बाद भी नहीं पहुंची एनएचएआई की एम्बुलेंस तो घायल को ऑटो से भेजा,झामुमो नेता सुखराम हेम्ब्रम ने एनएचएआई की कार्यशैली पर जताई नाराजगी, कहा एनएचएआई के खिलाफ करेंगे आंदोलन.
चांडिल : थाना क्षेत्र के टाटा – रांची नेशनल हाईवे पर रामगढ़ में आज दोपहर को सड़क हादसे में जामताड़ा के एक युवक की मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है। मृतक की पर्स से पाए गए आधार कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस के अनुसार जामताड़ा निवासी 21 वर्षीय पीयूष पाल के रूप में उसकी पहचान की गई। जबकि घायल युवक की अबतक पहचान नहीं हो पाई है। घायल युवक और मृतक दोनो स्कूटी सवार होकर जमशेदपुर से चांडिल की ओर आ रहा था कि इसी दौरान अज्ञात वाहन ने पीछे से टक्कर मारते हुए दोनों को कुचल दिया। मौके पर ही पीयूष पाल की मौत हो गई। उसके सिर को बुरी तरह से कुचल दिया गया है, जबकि उसने हेलमेट पहनी हुई थी। वहीं, स्कूटी चला रहा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है।
दुर्घटना होने के बाद ही स्थानीय लोगों ने पाटा टोल प्लाजा के प्रबंधन को सूचना देकर तत्काल एम्बुलेंस भेजने की मांग की। लेकिन करीब घंटे तक पाटा टोल प्लाजा की एम्बुलेंस नहीं पहुंची, जिसके बाद लोगों ने एक ऑटो से घायल युवक को एमजीएम भेजा। जबकि, पाटा टोल प्लाजा से रामगढ़ पहुंचने में महज 20 से 25 मिनट का समय लगता है। काफी देर से एनएचएआई की एम्बुलेंस पहुंची तथा चांडिल पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मृतक के शव को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इधर, दुर्घटना की सूचना पर झामुमो नेता सुखराम हेम्ब्रम भी घटनास्थल पहुंचे और दुख जताया है। सुखराम हेम्ब्रम ने एनएचएआई की कार्यशैली को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि फोरलेन सड़क बनने के बाद भी रोज आए दिन सड़क दुर्घटना हो रही हैं और लोगों की जान जा रही हैं। एनएचएआई द्वारा सड़क किनारे मिट्टी नहीं भरा जा रहा है, जिससे दो पहिया वाहनों को काफी परेशानी हो रही हैं। उन्होंने कहा कि फोरलेन सड़क बनकर अभी कुछ ही दिन हुए हैं और सड़क पर जगह जगह दरार आ गए हैं। उबड़ खाबड़ सड़क के कारण भी दुर्घटना हो रही हैं। सुखराम हेम्ब्रम ने कहा कि आम जनता से टोल टैक्स लिया जा रहा है लेकिन उसके अनुसार सुविधा नहीं मिल रहा है। दुर्घटना के तुरंत बाद ही एम्बुलेंस उपलब्ध कराना एनएचएआई की जिम्मेदारी बनती हैं लेकिन सूचना मिलने के बाद भी एक घंटे दो घंटे बाद एम्बुलेंस पहुंचती हैं, ऐसे में घायलों की जान कैसे बचेगी। सुखराम हेम्ब्रम ने कहा कि यदि एनएचएआई अपने कार्यशैली में सुधार नहीं लाती हैं तो उसके खिलाफ भी आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि आए दिन हो रही सड़क दुर्घटना पर रोक लगाने के लिए एनएचएआई तथा जिला प्रशासन को पहल करनी चाहिए।
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