Kangana Ranaut on bangladesi hindu: भाजपा सांसद कंगना रानाउत ने बांग्लादेशी हिंदुओं की हालत पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि अब यहां पर कोई ALL EYES ON BANGLADESI HINDU वाला मूवमेंट क्यों नहीं चला रहा है क्यों कोई….
बांग्लादेश में इस्कॉन के पुजारी चिन्मय दास की प्रभु की गिरफ्तारी के बाद हिन्दुओं के हालात पर सभी की नजर है। भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रानाउत ने बांग्लादेशी हिंदुओं के हालात को लेकर अपनी चिंता जाहिर की। इसके साथ ही उन्होंने भारत में हर मुद्दे पर धरना प्रदर्शन करने वाले लोगों पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि आखिर अब भारत में क्यों कोई उनके लिए प्रदर्शन नहीं कर रहा है।
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कंगना ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की हालात बहुत ही चिंताजनक है। वहां पर साधु, संतों को गिरफ्तार किया जा रहा है। उनके खिलाफ देशद्रोह का आरोप लगाया जा रहा है। यह बहुत ही चिंताजनक है। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कंगना ने कहा कि मुझे तो यह समझ में नहीं आ रहा है बांग्लादेश में हिंदुओं के इतने बुरे हालातों के बावजूद भी भारत में कोई प्रदर्शन क्यों नहीं हो रहा है। आखिर क्यों कोई मूवमेंट नहीं चलाया जा रहा है। यहां इंटरनेट पर भी कोई नहीं कह रहा कि ‘ऑल आइस ऑन बांग्लादेश’, कोई रैली या धरना प्रदर्शन भी नहीं है। कंगना का यह तंज अप्रत्यक्ष रूप से उनके लिए था, जिन्होंने कुछ महीने पहले गाजा के रईसी में इजरायली हमलों के बाद अपनी डीपी को बदल लिया था।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि शेख हसीना के तख्तापलट के बाद अंतरिम सरकार ने वहां की सत्ता संभाली थी। लेकिन जब से वह सत्ता में आए हैं वहां पर केवल और केवल फसाद ही हो रहा है। वहां किसी भी प्रकार की कोई शांति नहीं है। कंगना ने कहा कि हम सभी बांग्लादेशी हिंदुओं के साथ खड़े हुए हैं। उम्मीद है कि भगवान उनकी रक्षा करेंगे।
बांग्लादेश में हिंदुओं के हालात चिंताजनक बने हुए हैं। इस्कॉन के चिन्मय दास प्रभु की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेशी हिन्दुओं के लिए हालात और भी खराब हो गए है। चिन्मय प्रभु को गिरफ्तार करके उनके जमानत देने से भी इनकार कर दिया गया है। बांग्लादेशी अंतरिम सरकार की तरफ से इस मामले में कहा गया है कि चिन्मय को हिंदु होने की वजह से नहीं बल्कि देश द्रोह के आरोपों की वजह से गिरफ्तार किया गया है। भारत सरकार ने भी बांग्लादेश में हिंदुओं के हालात पर अपनी चिंता व्यक्त की है।