- ट्रेन हाईजैकिंग के बीच पाकिस्तान और चीन को चेतावनी
लोकतंत्र सवेरा : पाकिस्तान के बलूचिस्तान में मंगलवार को एक और बड़ा हमला हुआ, जब क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया गया। इस हमले के पीछे बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) का हाथ था, जिसने अब चीन और पाकिस्तान को सीधी धमकी दी है। BLA ने चेतावनी दी कि यदि चीन और पाकिस्तान अपनी जान बचाना चाहते हैं, तो उन्हें बलूचिस्तान से निकल जाना चाहिए।
18 घंटे बाद भी न बच पाए बंधक…
जाफर एक्सप्रेस में करीब 500 यात्री सवार थे, जिनमें अधिकतर सैन्य अधिकारी शामिल थे। 18 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बावजूद, अब तक सभी बंधकों को रिहा नहीं किया जा सका है। हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने 104 बंधकों को मुक्त करने में सफलता हासिल की है और 16 आतंकवादियों को मार गिराया है।
इस दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने स्थिति पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि जिस क्षेत्र में यह हमला हुआ, वह दुर्गम पहाड़ी इलाका है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तानी सेना का मनोबल ऊंचा है और वे इस मुश्किल स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
बलूचिस्तान : पाकिस्तान का अशांत प्रांत….
बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे अशांत और विवादित प्रांत है, जहां 1948 से ही बलूचों और पाकिस्तानी सेना के बीच संघर्ष चलता आ रहा है। बलूचिस्तान के लोग लंबे समय से पाकिस्तान से अलग होने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा, हाल के वर्षों में चीन का इस क्षेत्र में दखल बढ़ा है, जिससे तनाव और अधिक बढ़ गया है। चीन इस इलाके में कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है, जिनमें चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। इन परियोजनाओं की वजह से बलूचों के खनिज संसाधनों का दोहन हो रहा है और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग विस्थापित हो रहे हैं।
BLA की प्रमुख मांगें….
BLA की मुख्य मांग यह है कि बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग किया जाए और वहां किसी भी पाकिस्तानी सरकारी या सुरक्षा एजेंसी के प्रतिनिधि की उपस्थिति नहीं होनी चाहिए। BLA यह भी चाहता है कि चीन के साथ चल रहे CPEC प्रोजेक्ट्स को बलूचिस्तान से हटाया जाए। बलूचों का आरोप है कि इन परियोजनाओं के कारण उनकी भूमि और संसाधनों का अत्यधिक दोहन हो रहा है, जिससे उनका जीवन स्तर प्रभावित हो रहा है और समुदाय के लोग विस्थापित हो रहे हैं।
BLA द्वारा पाकिस्तान और चीन पर हमले करना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी, बीएलए ने कई बार पाकिस्तान और चीन के नागरिकों और अधिकारियों को निशाना बनाया है।