छत्तीसगढ़ में पुलिस के बड़ी सफलता मिली है। नक्सलियों के काले धन को पुलिस ने जब्त कर लिया है। यह काला धन पेड़ के नीचे गड्ढे में छिपा कर रखा गया था। पुलिस ने यहां से विस्फोटकों का जखीरा भी बरामद किया है। इस अभियान को महिला पुलिस ने अंजाम दिया…
रायपुर: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मैनपुर पुलिस स्टेशन के इलाके में पंडरीपानी में महिला पुलिस टीम और सुरक्षा बलों ने मिलकर नक्सलियों से जुड़े काले धन और विस्फोटकों का जखीरा पकड़ा है। यहां से कुल 8 लाख रुपये कैश और कई विस्फोटक बरामद हुए हैं।
इस ऑपरेशन की खास बात यह रही कि इसे महिला पुलिस अफसरों ने लीड किया। DSP गरिमा दादर ने इसमें अहम भूमिका निभाई। DSP दादर के नेतृत्व में महिला पुलिसकर्मियों ने STF, कोबरा कमांडो, CRPF और ई-30 ऑप्स टीम के साथ मिलकर घने जंगलों में इस मिशन को पूरा किया।
साहित्य और डायरियां भी मिलीं
SP निखिल राखेचा ने बताया कि पैसे एक पेड़ के नीचे गड्ढे में छिपाए गए थे। विस्फोटक पास ही में छिपाया गया था। टीम ने 13 जिलेटिन की छड़ें बरामद की हैं। शक है कि इनका इस्तेमाल IED ब्लास्ट में किया जाना था। इसके अलावा माओवाद से जुड़े साहित्य और डायरियां भी मिली हैं।
गांव वालों से वसूलते हैं पैसे
पैसे के बारे में SP राखेचा ने बताया कि माओवादी अक्सर गांव वालों से पैसे वसूलते हैं। यह वसूली कभी-कभी 2 या 5 रुपये जितनी कम होती है। लेकिन, जो कैश मिला है, वह सब 500 रुपये के नोटों में है। शक है कि यह पैसा ठेकों से मिला है। संभव है कि इसमें सड़क या बिल्डिंग बनाने वाले ठेकेदार शामिल हों। पुलिस मामले की जांच कर रही है ताकि और जानकारी मिल सके।
बाकी ठिकानों पर भी पुलिस की नजर
टीम को पंडरीपानी की पहाड़ी इलाके में एक स्टील के बक्से में छिपे हुए कुछ और दस्तावेज भी मिले हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक धमतरी-गरियाबंद-नुआपाड़ा डिवीजन में काम कर रही माओवादी संगठन इन पैसों का इस्तेमाल अपना नेटवर्क बढ़ाने और विस्फोट करने के लिए करना चाहती थी, लेकिन गरियाबंद पुलिस की सतर्कता और तेजी से उनकी योजना नाकाम हो गई। इस ऑपरेशन के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस अब माओवादियों के बाकी ठिकानों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। पुलिस का कहना है कि वे माओवादियों को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देंगे।