जमशेदपुर : झारखंड सरकार लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं देने का दावा करती हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। बहरागोड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगाई गई चार में से तीन 108 एम्बुलेंस पिछले लम्बे समय से खराब है। जिससे दुर्घटनाग्रस्त व गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीजों को बेहतरीन उपचार के लिए हाई सेंटर ले जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।
एम्बुलेंस के अभाव में गंभीर बीमारी व सड़क दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को मजबूरन निजी वाहन का सहारा लेना पड़ता हैं। जिससे उनको मजबूरन मोटी रकम खर्च करनी पड़ती हैं। बीस दिनों पहले बहरागोड़ा स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के मुहर और हस्ताक्षर युक्त एक सूचना दीवार पर चस्पा की गई है। जिसपर अंकित है की “सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहरागोड़ा का 108 एंबुलेंस 4 में से तीन खराब है”। इस नोटिस के बीस दिनों बाद भी स्थिति यथावत है। सोमवार को इस मामले को अपने ट्वीटर हैंडल (X) पर साझा करते हुए पूर्व विधायक सह भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाडंगी ने झारखंड सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए तंज कसा है।
कुणाल ने “हाल-ए-झारखंड” लिखते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को टैग किया। वहीं जिला उपायुक्त को ट्विटर हैंडल के मार्फ़त सूचनार्थ प्रेषित किया। कुणाल षाडंगी के ट्वीट पर संज्ञान लेते हुए डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने बताया की संबंधित मामले को संज्ञान में लेकर सिविल सर्जन को अग्रेतर कार्रवाई संबंधी निर्देश दिया गया है। संज्ञान लेने के लिए कुणाल षाडंगी ने उपायुक्त का आभार जताया है। कहा की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के प्रति सरकार संवेदनशील नहीं है। अस्पतालों और प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है और जिम्मेदार लोग मौन हैं। समाधान होने तक भाजपा जनहित के विषयों को मुखरता से उठाती रहेगी।