MUMBAI : शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने राहुल गांधी को लेकर विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि आरक्षण खत्म करने वाले बयान के लिए जो भी राहुल गांधी की जुबान काटकर लाएगा, मैं उसको 11 लाख का इनाम दूंगा। इस बात के लिए संजय गायकवाड़ की जहां काफी आलोचना हो रही है। वहीं, महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा है कि वह इस बयान का समर्थन नहीं करते हैं। बता दें कि भाजपा ने महाराष्ट्र में शिवसेना शिंदे गुट के साथ गठबंधन की सरकार बना रखी है। इससे पहले केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी के खिलाफ टिप्पणी की थी। हाल की अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा सिखों के संबंध में की गयी टिप्पणी पर आलोचना करते हुए रवनीत सिंह ने राहुल गांधी को ‘देश का सबसे बडा दुश्मन और आतंकवादी’ बताया था।
संजय गायकवाड़ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी ने विदेश बयान दिया है कि वह भारत में आरक्षण व्यवस्था को खत्म करना चाहते हैं। उनकी इस बात ने इसने कांग्रेस को पूरी तरह से बेनकाब कर दिया है। इसके बाद उन्होंने इनाम की घोषणा करते हुए कहा कि राहुल गांधी के इस बयान के लिए जो कोई भी उनकी जुबान काटकर लाएगा, मैं उसे 11 लाख इनाम में दूंगा। गायकवाड़ विदर्भ क्षेत्र की बुलढाणा विधानसभा सीट से विधायक हैं। यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने कोई विवादास्पद बयान दिया है।
VIDEO | Shiv Sena (Shinde) MLA Sanjay Gaikwad announced a reward of Rs 11 lakh to anyone who will “chop off the tongue” of Congress leader Rahul Gandhi over his statements on reservation in the US. Here's what he said:
"Rahul Gandhi's statement in which he talked about ending… pic.twitter.com/Y77oBANQOv
— Press Trust of India (@PTI_News) September 16, 2024
पिछले महीने एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें एक पुलिसवाला विधायक संजय गायकवाड़ की कार धो रहा था। बाद में सफाई देते हुए गायकवाड़ ने कहा था कि पुलिसवाले ने कार के अंदर उल्टी कर डाली थी। इसके बाद वह खुद से ही कार धोने लगे। इतना ही नहीं, फरवरी महीने में गायकवाड़ ने दावा किया था कि उन्होंने साल 1987 में टाइगर का शिकार किया था। इसके बाद उसके दांतों की माला बनाकर उसे गले में पहन लिया था। इसके तुरंत बाद, राज्य वन विभाग ने कथित बाघ के दांत को फोरेंसिक पहचान के लिए भेजा और गायकवाड़ के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया।