मुंबई: मुंबई में शनिवार देर रात एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बांद्रा ईस्ट में उन पर कई राउंड फायरिंग की गई. जिसमें उनके सीने और पेट में गोली लगीं. उन्हें गंभीर हालत में लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया. हमले के समय वह अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर गए हुए थे. पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक की तलाश जारी है।
बाबा सिद्दीकी बांद्रा पश्चिम से तीन बार विधायक रह चुके हैं. साथ ही वह महाराष्ट्र में राज्य मंत्री भी रहे हैं. वे महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुंबई डिवीजन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. उन्होंने राजनीति की शुरुआत एक छात्र नेता के रूप में की थी. पहली बार बीएमसी में कॉरपोरेटर चुने गए थे. साल 1999, 2004 और 2009 में बांद्रा वेस्ट से विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं. साल 2014 के विधानसभा चुनाव में उनको हार का सामना करना पड़ा था।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बाबा सिद्दीकी के दुखद निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा, “बाबा सिद्दीकी जी की दुखद मृत्यु बेहद चौंकाने वाली और दुखद है. इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएँ उनके परिवार के साथ हैं.” राहुल गांधी ने इस घटना को महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था की विफलता बताते हुए कहा, “यह भयानक घटना राज्य में कानून और व्यवस्था की पूरी तरह से गिरावट को उजागर करती है. सरकार को इस पर जिम्मेदारी लेनी चाहिए, और न्याय सुनिश्चित किया जाना चाहिए.”
बाबा सिद्दीकी के नमाज़-ए-जनाज़ा की रस्म आज, 13 अक्टूबर, रविवार को शाम 7 बजे, मगरीब की नमाज़ के बाद की जाएगी. ये रस्म मक़बा हाइट्स, 15 ए, पाली रोड, पाली नाका, बांद्रा (पश्चिम) में अदा की जाएगी. उनके अंतिम संस्कार की प्रक्रिया आज रात 8:30 बजे बड़े कब्रिस्तान में की जाएगी. ये कब्रिस्तान मरीन लाइन्स स्टेशन के सामने है. मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की पहचान करनैल सिंह, जो हरियाणा का रहने वाला है, और धर्मराज कश्यप, जो उत्तर प्रदेश से है, के रूप में हुई है. सूत्रों के मुताबिक, बाबा सिद्दीकी पर हमला करने से पहले तीनों आरोपी घटनास्थल पर पहुंचे और कुछ समय तक उनका इंतजार किया. पुलिस को संदेह है कि आरोपियों को किसी और व्यक्ति से अंदरूनी जानकारी मिल रही थी, जो उन्हें मार्गदर्शन दे रहा था. फिलहाल, पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि हमले से जुड़े सभी पहलुओं को उजागर किया जा सके।