जमशेदपुर : टाटा मोटर्स अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में इलाज करा रहे और बकाया बिल से परेशान पिता को जमशेदपुर बार एसोसिएशन के महासचिव अधिवक्ता अनिल तिवारी ने पचास हजार रुपये की आर्थिक मदद की. अगर आपके मन में किसी की मदद करने की इमानदार इच्छा हो, तो एक छोटी सी पहल ही काफी होती है. आपकी छोटे कदम के साथ लोग जुड़ते चले जाते हैं. एक ऐसी ही छोटी कोशिश हमलोगों की ओर से दो दिन पूर्व यानी शुक्रवार को किया गया जिसका सुखद परिणाम 48 घंटे के अंदर ही मिल गया।
टाटा मोटर्स अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में इलाजरत एक 13 वर्षीय बच्चे और आर्थिक रूप से कमजोर पिता की परेशानी की जानकारी मिलने के बाद आजसू जिला प्रवक्ता अप्पू तिवारी और भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने मदद की पहल की. जिससे में एक एक कर शहर के लोग जुड़ते चले गये. सभी मदद जमशेदपुर बार एसोसिएशन के महासचिव अधिवक्ता अनिल तिवारी जी की ओर से की गयी. उन्होंने बीमार बच्चे के पिता को 50 हजार रुपये नकद देकर सहयोग किया और बेहतर इलाज के लिए पटना जाते वक्त उन्हें रविवार को विदा किया. वहीं अप्पू तिवारी और अंकित आनंद, राजेश झा, अरुण शुक्ला उनकी टीम द्वारा एकत्रित की गयी धनराशि अस्पताल में जमा कर बच्चे को रिलीज कराया गया. एंबुलेंस से सड़क मार्ग से बच्चे को माता पिता पटना एम्स अस्पताल लेकर रवाना हो गये.
ये है मामला :
मालूम हो कि सिदगोड़ा के रहने वाले एक परिवार के 13 वर्षि मासूम के पेट में नौ मई को साइकिल चलाने के दौरान चोट लग गयी थी. परिवार वाले उसे आदित्यपुर ईएसआई अस्पताल लेकर गये थे, लेकिन वहां स्थिति बिगड़ने पर रिम्स रेफर किया गया. पिता त्वरित व बेहतर इलाज के लिए बेटे को टाटा मोटर्स अस्पताल में 15 मई को एडमिट करवा दिये. डॉक्टरों ने बताया कि आंत में गंभीर चोट है, ऑपरेशन करना होगा. 20 मई को टाटा मोटर्स अस्पताल के डॉक्टरों ने ऑपरेशन किया. 29 मई को बच्चे को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उसी रात फिर पेट में तेज दर्द होने लगा. परिवार वाले वापस टाटा मोटर्स अस्पताल लेकन पहुंचे, जहां बच्चे को एडमिट कर लिया गया. पिता के अनुसार, डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे की दोनों आंत सट गयी थी जिसका दोबारा ऑपरेशन करना होगा. पांच जून को फिर से बच्चे का ऑपरेशन डॉक्टरों ने किया. ऑपरेशन के बाद से बच्चे की सेहत में लगातार गिरावट देखी गयी. अब टाटा मोटर्स के डॉक्टर भी हाथ खड़ा करते हुए बड़े अस्पताल ले जाने की सलाह पिता को दे दिये. इसी बीच पिता पर बकाया बिल जमा करने का भी दबाव बनने लगा. पिता ने बताया कि वे पूर्व सीएम रघुवर दास, विधायक सरयू राय से भी मदद की गुहार लगाये, लेकिन कहीं से कोई आर्थिक मदद नहीं मिली. मजबूर पिता ने चाइल्डलाइन के हेल्पलाइन नंबर 1098 में कॉल कर पूरी बात बतायी. चाइल्डलाइन जमशेदपुर की ओर से मामले की गंभीरता को देखते हुए सात जून को जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, उपायुक्त और सिविल सर्जन को पत्राचार करते हुए मदद की गुहार लगायी. लेकिन परिणाम शून्य रहा. प्रशासन की ओर से पत्र पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, न ही कोई पहल की गयी. मामले की जानकारी मिलते ही अप्पू तिवारी और अंकित आनंद ने पहल की खुद सहयोग करते हुए लोगों से मदद की अपील की, जिसका परिणाम है कि बीमार मासूम को पिता बेहतर इलाज के लिए पटना एम्स लेकर रवाना हो गये हैं।