रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी में युवाओं ने पूरी तरह से नग्न होकर प्रदर्शन किया और विधानसभा तक पहुंचने की कोशिश की। मंगलवार को ही छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हुआ था, मानसून सत्र के पहले ही दिन ST-SC युवाओं ने पूरी तरह से नग्न होकर प्रदर्शन किया है। हैरानी की बात ये है कि जिस वक्त ये युवा नग्न होकर प्रदर्शन कर रहे थे, उस दौरान मंत्री और विधायक का काफिला सामने से गुजर रहा था। इस प्रदर्शन पर छत्तीसगढ़ की राजनीति गरम हो गयी है। सरकार ने कहा है कि प्रदर्शन के नाम पर फूहड़ता की इजाजत नहीं दी जा सकती है। वहीं भाजपा ने इस मामले में राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है।
युवाओं की नाराजगी इस बात को लेकर थी कि फर्जी जाति सर्टिफिकेट बनवाकर सरकारी नौकरी करने वालों के खिलाफ सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है। प्रदर्शनकारी नग्न होकर विधानसभा घेराव करने निकले, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, देर शाम 29 प्रदर्शनकारियों को जेल भेज दिया गया। विधानसभा सत्र में शामिल होने जा रहे मंत्री रुद्रगुरु अनिला भेड़िया का काफिला गुजर रहा था उसी समय युवाओं ने नग्न प्रदर्शन किया है।
इस विरोध-प्रदर्शन को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार की नाकामी करार दिया है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में इन दिनों फर्जी जाति प्रमाणपत्र के आधार पर सरकारी नौकरी करने का मामला गरमाया हुआ है। राज्य निर्माण के बाद कई सरकारी विभागों को लगातार शिकायतें मिल रही थी कि उनके यहां कई गैर आरक्षित वर्ग के लोगों ने फर्जी जाति सर्टिफिकेट बनाकर सरकारी नौकरी हासिल की है।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि फर्जी कास्ट सर्टिफिकेट के आधार पर करीब 267 लोग सरकारी पदों पर बने हुए हैं। 3 साल पहले ही इन्हें बर्खास्त करने का आदेश जारी हुआ, लेकिन वे अब भी नौकरी कर रहे हैं। इनके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई हुई ही नहीं। युवाओं ने कहा कि वे इस मामले को लेकर कई बार विरोध-प्रदर्शन कर चुके हैं, आमरण अनशन तक कर चुके हैं, लेकिन राज्य सरकार कोई कार्रवाई फर्जी कर्मचारियों पर नहीं कर रही है। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारे भी लगाए।