जामताड़ा : जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस चार शातिर साइबर ठगों को दबोचा है। आरोपित नदी के किनारे झाड़ियों में बैठकर साइबर ठगी कर रहे थे। इन शातिरों के पास से एक आईपैड दो डोंगल मिले हैं। शातिर इस डोंगल का इस्तेमाल अपने मोबाइलों के लिए वाई-फाई के जरिए नेट से कनेक्ट करने को करते थे। ये अपने मोबाइल को वाई-फाई से कनेक्ट करते और लोगों को काल कर उन्हें ठगी का शिकार बनाते थे।
वाई-फाई से मोबाइल कनेक्ट कर चल रही थी साइबर ठगी
पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपित नारायणपुर थाना क्षेत्र के भागाबंध रांगाडीह गावं का नाजिर अंसारी व ताजमुल अंसारी है। जबकि अन्य आरोपित कन्हैला मंडल और बीरबल मंडल झिलुआ गांव का रहने वाला है। जबकि छापेमारी के दौरान दो आरोपित मौके से भाग निकले। आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज इन्हें जेल भेज दिया गया है।
इस बात की जानकारी प्रशिक्षु आईपीएस चंद्रशेखर ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी। उन्होंने बताया कि आरोपितों ने लोगों को ठगी का शिकार बनाने को बेहद सुनसान ठिकाना चुना था। नदी के किनारे झाड़ियों से घिरे इस इलाके में दूर से इस रास्ते से आने-जाने वाले लोगों की नजर नहीं पड़ती थी। साथ ही कोई इस ओर आ रहा है तो इस बात की भनक इन शातिरों को एक से डेढ़ किमी दूर से ही लग जाती थी।
साइबर इंस्पेक्टर विश्वनाथ की अगुवाई में छापेमारी के दौरान इन आरोपितों के पास से 16 मोबाइल बरामद हुए हैं। इनमें तीन मोबाइल एक से डेढ़ लाख रुपये कीमत के आईफाेन हैं। साथ ही इनके पास से 26 सिम कार्ड, एक एपल कंपनी का आईपैड, दो डोंगल व एक बाइक भी बरामद हुई है।
पकड़े जाने के बाद भी बिजली बिल भरने को आते रहे इनके मोबाइल पर काल :
चंद्रशेखर ने बताया कि ये शातिर लोगाें को बैंक लोन, क्रेडिट कार्ड और बकाया बिजली बिल भुगतान के नाम पर ठगी का शिकार बनाते थे। झांसे आते ही ये लोगों से इनका एनी-डेस्क जानकार इनके मोबाइल का स्क्रीन शेयर कर लेते और उनके खाते से पैसे उड़ा लेते थे।
आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद भी इन शातिरों को बकाया बिजली के नाम पर झांसे में आए उपभोक्ताओं के काल आते रहे। कई उपभोक्ता ऐसे थे, जो इन शातिरों को काल कर बिजली भुगतान कर देने के लिए पैसे ट्रांसफर करने को राजी थे और बार-बार काल कर इनसे बकाया बिजली की वजह से बिजली कनेक्शन ना काटने का अनुरोध कर रहे थे।