दो अलग-अलग कमेटी गठित कर उपायुक्त व सिविल सर्जन ने मांगी रिपोर्ट – टीम को तीन दिन के भीतर मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का मिला निर्देश
चाईबासा : झारखंड में स्वास्थ्य विभाग की स्थिति काफी लचर और चिंताजनक है। आए दिन इलाज के अभाव के आम लोगों की जान जा रही है। बीते दिनों पश्चिमी सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित गुदड़ी प्रखंड में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया, जब स्वास्थ्य उपकेंद्र के बंद रहने एवं एक गर्भवती महिला को समय पर इलाज नहीं हो पाने के चलते एक नवजात की मौत हो गई। मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली और हरकत में आया। नवजात की मौत मामले में अब उपायुक्त व सिविल सर्जन ने दो अलग-अलग जांच कमेटी गठित कर पूरे मामले की रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
डीसी ने सोनुवा के बीडीओ व सोनुवा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की कमेटी गठित कर जांच रिपोर्ट देने को कहा है। वहीं, जिले के सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल ने एक जांच टीम गठित कर जल्द से जल्द जांच का निर्देश दिया है। जांच टीम में जिला वीबीडी पदाधिकारी व सदर चाईबासा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी शामिल हैं। टीम को तीन दिन के भीतर मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, सोनुवा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र(सीएचसी) के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को शोकॉज कर 24 घंटे के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया गया है।
गुदड़ी स्वास्थ्य उपकेंद्र की दो एएनएम से भी मांगा गया जवाब
वहीं, गुदड़ी स्वास्थ्य उपकेंद्र की एएनएम संध्या मिंज और एएनएम एनी सियोन आइंद के खिलाफ शोकॉज किया गया है। सिविल सर्जन की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि 10 नवंबर 2023 को आप दोनों गुदड़ी स्वास्थ्य उपकेंद्र में बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित थीं। इसकी वजह से प्रसव पीड़ा से पीड़ित तुजुर गांव की गर्भवती महिला सनीयोरो कुमारी को समुचित इलाज की व्यवस्था नहीं हो पाई। आप दोनों की तरफ से लगातार बगैर किसी पूर्व सूचना के स्वास्थ्य उपकेंद्र को बंद रखने की शिकायत मिल रही है। इससे आप लोगों की लापरवाही स्पष्ट तौर पर दिखाई पड़ रही है। अधिकारियों ने दोनों एएनएम से इस नोटिस का जवाब 24 घंटे के भीतर देने को कहा है। इसके बाद ही उस दिन का मानदेय का भुगतान किया जाएगा।
खटिया पर लादकर प्रसूता को गुदड़ी स्वास्थ्य केंद्र तक लाये थे घरवाले
गौरतलब है कि गुदड़ी प्रखंड मुख्यालय से करीब पांच किलोमीटर दूर तुजुर गांव निवासी गर्भवती महिला सनीयोरो कुमारी को गुरुवार की रात अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी। गांव तक सड़क नहीं होने के चलते शुक्रवार की सुबह उसके घरवाले उसे खटिया पर लादकर गुदड़ी प्रखंड मुख्यालय लेकर पहुंचे। मगर, यहां उपस्वास्थ्य केंद्र बंद पड़ा था। इसके चलते उसका इलाज नहीं हो सका। इसके बाद गर्भवती महिला के परिजन उसे गाड़ी से करीब 45 किलोमीटर दूर सोनुआ अस्पताल ले गए। तब तक काफी विलंब हो चुका था। यहां प्रसव के बाद नवजात ने दम तोड़ दिया।