RANCHI : पीएम नरेंद्र मोदी आज बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू जाने वाले हैं। भगवान बिरसा की जमीं पर कदम रखने वाले वो पहले प्रधानमंत्री होंगे। उनके गांव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से पहले विशेष रूप से सजाया संवारा गया है। पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे को देखते हुए यहां सुरक्षा व्यवस्था भी चाक चौबंद कर दी गई है। जनजातीय गौरव दिवस के मौके पर पीएम उलिहातू से 15 नवंबर को 24 हजार करोड़ की लागत से विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (पीवीटीजी) के उत्थान के लिए पीवीटीजी विकास मिशन की घोषणा करेंगे।
15 नवंबर को खूंटी जाने से पहले राजधानी रांची में रोड शो भी करेंगे। बता दें कि कल यानी 15 नवंबर को ही झारखंड का स्थापना दिवस भी है। प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर झारखंडवासियों में विशेष उत्साह दिखाई दे रहा है। इधर, खूंटी में भी पीएम के कार्यक्रम को लेकर तैयारी जोरों पर है। यहां दीवारों पर सुंदर चित्रकारी (पेंटिंग) की गई है।
कमजोर जनजातीय समूह विकास मिशन के दायरे में देशभर के 75 कमजोर जनजातीय समूहों की 28 लाख आबादी आएगी। यह आबादी देश के 220 जिलों के 22,544 गांवों में निवास करती है। इस विशेष योजना के तहत मजोर जनजातीय समूहों तक सड़क, टेलीकाम, बिजली, सुरक्षित मकान, शुद्ध पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण और जीविका की सुविधाएं पहुंचाए जाएंगी।
जारी करेंगे पीएम किसान योजना की किस्त
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने झारखंड दौरे पर ही ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ की शुरुआत करेंगे व ‘पीएम किसान योजना’ के तहत 18,000 करोड़ रुपये की 15वीं किस्त जारी करेंगे। पीएम मोदी झारखंड में 7,200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। बुधवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधानी रांची में भगवान बिरसा मुंडा मेमोरियल पार्क-सह-स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय जाएंगे और फिर खूंटी जिले में बिरसा मुंडा के जन्मस्थान उलिहातू गांव जाएंगे, जहां वह स्वतंत्रता सेनानी को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।
इन योजनाओं की आधारशिला रखेंगे
- • राष्ट्रीय राजमार्ग-133 पर 52 किलोमीटर लंबा महगामा-हंसडीहा फोरलेन।
- • एनएच-14ए पर 45 किलोमीटर लंबा बासुकीनाथ-देवघर फोरलेन।
- • केडीएच-पुरनाडीह कोल हैंडलिंग प्लांट।
- • ट्रिपल आइटी, रांची का नया अकादमिक भवन।
- इनका करेंगे उद्घाटन
- • आईआईएम, रांची का नया कैंपस।
- • आईआईटी आइएसएम धनबाद का नया छात्रावास।
- • बोकारो में पेट्रोलियन और लुब्रिकेंट डिपो।
- • रेलवे के हटिया-पकरा, तालगड़िया-बोकारो और जरंगडीह-पतरातू सेक्शन लाइन का दोहरीकरण।
- • झारखंड में 100 प्रतिशत रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन।