उत्तराखंड : उत्तरकाशी टनल में फंसे मजदूरों का पहली बार CCTV फुटेज सामने आया है. सुरंग के इस हिस्से में बिजली और पानी मौजूद है और मजदूरों को 4 इंच कंप्रेसर पाइपलाइन के जरिए खाना-पानी और दवाएं आदि दी जाती रही हैं. लेकिन आज, एक बड़ी सफलता यह हासिल हुई कि एनएचआईडीसीएल ने खाना, दवाओं और अन्य जरूरी चीजों को नीचे पहुंचाने के लिए 6 इंच चौड़ी एक और पाइपलाइन की ड्रिलिंग पूरी कर ली है. इसके अलावा, आरवीएनएल जरूरी सामान को पहुंचाने के लिए एक और वर्टिकल पाइपलाइन पर काम कर रहा है।
इस रेस्क्यू ऑपरेशन में कई सरकारी एजेंसियां जुटी हुई हैं और उन्हें अलग-अलग काम सौंपे गए हैं. ये एजेंसियां मजदूरों की सुरक्षित निकासी के लिए अथक प्रयास कर रही हैं।
दरअसल, उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सिलक्यारा सुरंग केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी चारधाम ‘ऑल वेदर सड़क’ (हर मौसम में आवाजाही के लिए खुली रहने वाली सड़क) परियोजना का हिस्सा है. ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही यह सुरंग 4.5 किलोमीटर लंबी है. 12 नवंबर को सुरंग का एक हिस्सा ढह गया. इससे मजदूर सुरंग के अंदर ही फंस गए. इन्हें निकलने के लिए 10 दिन से रेस्क्यू अभियान जारी है।
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