धनबाद : झारखंड हाईकोर्ट में मंगलवार को चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्रा एवं जस्टिस आनंद सेन की खंडपीठ में धनबाद मंडल कारा में बंद शूटर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या मामले में स्वतः संज्ञान से दर्ज मामले की सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान राज्य सरकार एवं आईजी जेल उमा शंकर सिंह वर्चुअल मोड पर उपस्थित हुए। खंडपीठ ने दोनों से यह जानना चाहा कि किस प्रशासनिक चूक से जेल के अंदर हत्याकांड का अंजाम दिया गया। मामले में अब तक क्या कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही कहा कि इस मामले पर एसआईटी जांच को लेकर सरकार कितनी गंभीर है। सुनवाई के दौरान खंडपीठ को जानकारी दी गई कि अब तक हुई जांच में जेल से दो पिस्टल, छह मोबाइल फोन बरामद किया गया है। मामले में चार प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मुख्य आरोपी को रिमांड पर ले लिया गया है। घटना को लेकर धनबाद जेलर समेत सात कक्षपालों को निलंबित कर दिया गया है। आगे भी जांच जारी है। दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। 23 कैदियों को राज्य के दूसरे जेल में शिफ्ट किए जाने पर काम चल रहा है। खंडपीठ ने यह भी जानना चाहा कि मामले में वृहत षडयंत्र और राजनीतिक एंगल को देखते हुए राज्य सरकार मुख्यालय स्तर पर एसआईटी बनाने पर विचार कर सकती है या नहीं। अगली सुनवाई में कोर्ट को पूरी रिपोर्ट के साथ मौजूद रहने को कहा गया है। साथ ही अगली सुनवाई की तारीख 12 दिसंबर निर्धारित की गई है।
जानकारी हो कि रविवार को धनबाद मंडल कारा में पूर्व डिप्टी मेयर व कांग्रेस नेता नीरज सिंह की हत्या मामले में लंबे समय से शूटर अमन सिंह जेल में बंद था। जिसको गोली मार दी गई थी। गोली के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। इसी घटना को लेकर हाईकोर्ट ने कड़ी नाराजगी जताई और जेल आईजी को तलब किए।