जमशेदपुर : साहित्य समिति, तुलसी भवन द्वारा संस्थान के प्रयाग कक्ष में मासिक ‘कथा मंजरी’ सह साहित्यकार अध्यापक पूर्ण सिंह की जयंती कार्यक्रम आयोजित किया गया । जिसकी अध्यक्षता संस्थान के मानद महासचिव डाॅ० प्रसेनजित तिवारी तथा संचालन साहित्य समिति के सचिव डाॅ०अजय कुमार ओझा ने की । इस अवसर पर स्वागत वक्तव्य साहित्य समिति के कार्यकारी अध्यक्ष डाॅ० यमुना तिवारी ‘ व्यथित’ एवं धन्यवाद ज्ञापन समिति के श्री वसंत जमशेदपुरी द्वारा किया गया. कार्यक्रम का आरंभ श्रीमती माधवी उपाध्याय के सरस्वती वंदना के बाद अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन तथा साहित्यकार अध्यापक पू्र्ण सिंह के चित्र पर पुष्पार्पण किया गया । तत्पश्चात् इनका विस्तृत साहित्यिक परिचय श्री अशोक पाठक ‘स्नेही’ ने प्रस्तुत किया।
इसके बाद नगर के कवयित्री श्रीमती रीना गुप्ता ‘श्रुति’ रचित छंद संग्रह ” श्रुति के सवैया उल्लाला” का लोकार्पण मंचासीन अतिथियों द्वारा किया गया । मौके पर रचनाकार परिचय डाॅ० वीणा पाण्डेय भारती तथा लोकार्पित पुस्तक पर विस्तृत पाठकीय प्रतिक्रिया श्रीमती प्रतिभा प्रसाद कुमकुम ने प्रस्तुत किया ।
अगले सत्र , कथा मंजरी के इस मौके पर विभिन्न विषयों को स्पर्श करती हुई कुल १० कहानियों का पाठ किया गया, जिसकी समीक्षात्मक टिप्पणी कथा पाठ के उपरान्त डाॅ० प्रसेनजित तिवारी ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य के दौरान की । जो इस प्रकार है —
क्रम कथाकार कहानी का शीर्ष
- १) श्रीमती बिन्दु सिंह एक और कर्ण
- २) श्रीमती शकुन्तला शर्मा बदलाव
- ३) श्रीमती रीना गुप्ता सीख
- ४) श्री प्रदीप कुमार मिश्र समय का ताबीज ५) श्रीमती निवेदिता श्रीवास्तव समाज सेविका
- ६) श्रीमती उमा पाण्डेय ढ़लती शाम
- ७) श्रीमती आरती श्रीवास्तव ‘विपुला’ गिल्ली डंडा
- ८) श्रीमती चंदा कुमारी तारिफ
- ९) श्री कन्हैया लाल अग्रवाल अहंकार का नाश
- १०) श्रीमती पद्मा प्रसाद गर्मी की छुटि्याँ
इस अवसर पर मुख्य रुप से सुरेश चन्द्र झा, डाॅ० संजय पाठक ‘सनेही’, जितेश कुमार तिवारी , हरिहर राय चौहान , वीणा कुमारी नंदिनी, शिव नन्दन सिंह, नीलिमा पाण्डेय, धर्मचन्द्र पोद्दार , बालकृष्ण मिश्र , प्रतिभा मिश्र, भंजदेव देवेन्द्र व्यथित,दिव्येन्दु त्रिपाठी,बलविन्दर सिंह, उपासना सिन्हा, शिप्रा सैनी मौर्या, उषा झा एवं अन्य उपस्थित थे।