जमशेदपुर। जमशेदपुर के परसुडीह स्थित राजेंद्र बालिका मध्य विद्यालय के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम की तर्ज पर छात्र-छात्राओं से संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सौ से अधिक ग्रामीण क्षेत्र के छात्र-छात्राओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व विधायक सह भाजपा झारखंड के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी शामिल हुए। इस दौरान परीक्षा के दिनों के तनावपूर्ण स्थिति से निपटने और छात्रों से संबंधित अन्य विषयों पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि परीक्षा पर चर्चा एक ऐसा उपयोगी अभियान है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा छात्रों, उनके माता-पिता, शिक्षकों और समाज के लोगों को एक साथ लाने और संवाद के जरिये समाधान निकालने के प्रयास किये जाते हैं। इसमें बच्चों को परीक्षा के तनावपूर्ण माहौल से निकालकर उनसे सकारात्मक चर्चा कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाता है। कुणाल षाड़ंगी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अच्छी सेहत एवं सही मानसिक विकास के लिए आहार संतुलन और एक्सरसाइज बेहद जरूरी है। बिना किसी समझौते के सभी को प्रतिदिन आधे घंटे का एक्सरसाइज अवश्य करना चाहिए। इसके साथ ही प्रतिदिन फिजिकल एक्टिविटी से खुदको जोड़ना चाहिए। कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि बड़ी संख्या में छात्र परीक्षा के दौरान तनाव से पीड़ित हो जाते हैं। इस तरह के तनाव से छात्रों की तैयारी पूरी तरह से बिगड़ जाती है। इसके लिए उचित शेड्यूल बनाएं और अहम विषयों के लिए समय दें, सोने के लिए पर्याप्त समय दें, मानसिक अभ्यास के साथ निरंतर पानी पिएं, जंक फूड से हरसंभव दूरी बनाए, दिमाग को आराम करने दें, सोशल मीडिया के अति उपयोग से बचें, सकारात्मक सोच रखें और सिलेबस का रिवीजन अवश्य करें। कुणाल षाडंगी ने सभी से छात्रों से आग्रह करते हुए कहा कि परीक्षा को लेकर अनावश्यक तनाव के कारण जीवन-मरण की स्थिति बनाने के बजाय इसे सकारात्मक तरीके से देखें। सीखना एक सुखद, पूर्ण और अंतहीन यात्रा होनी चाहिए। इस दौरान पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने परीक्षा को लेकर विभिन्न छात्रों के सवालों के जवाब दिए।
इससे पहले, राजेंद्र बालिका मध्य विद्यालय के प्रिंसिपल उर्मी दास गुप्ता ने कुणाल षाडंगी को बुके व अंगवस्त्र भेंटकर स्वागत किया।
मौके पर पूर्व जिला परिषद सदस्य सुदीप्तो दे राणा, समाजसेवी मंगल पात्र, बिपन दास, नुपुर मुखर्जी, दीपेन दे, संतोश्री दास गुप्ता समेत अनेकों शिक्षक-शिक्षिकाएं व छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।