चाईबासा : महा गठबंधन के प्रत्याशी जोबा मांझी का मझगांव विधानसभा में स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान विधानसभा के चारों प्रखंड में चुनाव कार्यालय का उद्घाटन भी किया गया। वहीं कुमारदूंगी में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए झारखंड सरकार के परिवहन मंत्री दीपक बिरुआ ने कहा कि यह चुनाव आदिवासियों के आत्म सम्मान और संविधान बचाने के चुनाव है। भाजपा 400 पर का नारा दे रही है, इससे उनका मकसद पता चलता है। वह संविधान के साथ आदिवासियों के हक अधिकार को भी खत्म कर देगी।
पिछले बार कांग्रेस की प्रत्याशी गीता कोड़ा महागठबंधन की ओर से खड़ी थी। जिसे हम सभी ने जीत दर्ज करवा कर दिल्ली भेजा था। वहां आदिवासियों की आवाज एक बार भी नहीं उठाई। 5 साल तक क्षेत्र में कोई विकास का कार्य नहीं किया। इसके बाद भी हम लोगों ने हर जगह उन्हें मान सम्मान देने का काम किया । लेकिन चुनाव नजदीक आते ही दल बदल कर भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी भी झारखंड विकास मोर्चा से दल बदल कर भाजपा ज्वाइन कर लिया । सभी दलबदलू एक जगह जाकर आदिवासियों को शोषण करना चाहते हैं।
लेकिन इस बार झारखंड सरकार में कल्याण मंत्री रहते हुए सर्जन पेंशन योजना का लाभ देने वाली जोबा मांझी को तीर धनुष छाप में वोट देकर ऐतिहासिक जीत दर्ज करवाना है। हमें लक्ष्य लेकर चलना होगा कि हर विधानसभा से कम से कम एक लाख वोट महागठबंधन के प्रत्याशी को मिले। महागठबंधन की प्रत्याशी जोबा मांझी ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा हमेशा से आंदोलनकारी पार्टी रही है। इस बार पार्टी ने एक बड़ी जिम्मेदारी दी है। उसे हम सभी को मिलकर पूरा करना है ।इसमें आम जनता का वोट सबसे कीमती है। जल जंगल जमीन को बचाने के लिए, अपनी भाषा संस्कृति को बचाने के लिए, आदिवासियों के अधिकार हक को बचाने के लिए, संविधान को बचाने के लिए हमें एकजुट होकर सोच विचार करते हुए वोट करना है। मैं वादा करती हूं कि आदिवासी बेटी होने के नाते, मैं दिल्ली तक आदिवासी की आवाज बनूंगी।
मझगांव विधायक निरल पूर्ति ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने लोगों के घर-घर तक पेंशन पहुंचने का काम किया है। इस बार जनता ने मूड बना लिया है, सभी तीर धनुष छाप में वोट देकर जोबा मांझी को विजय बनाएंगे। भारतीय जनता पार्टी शोषण करने वाली पार्टी है। पूरे देश में उसका डर दिखाई दे रहा है। लेकिन राज्य के युवा पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य की जनता के लिए उनसे समझौता नहीं किया। इसी कारण से उन्हें जेल में डाल दिया गया। यह चुनाव आदिवासी के सम्मान, शिक्षा, स्वास्थ्य, संविधान को बचाने का चुनाव है। इस बार हर वोट जोबा मांझी के लिए होना चाहिए। जिससे आदिवासी की आवाज संसद में पहुंच सके। चक्रधरपुर विधायक सुखराम उरांव ने कहा कि इस चुनाव में मुख्य रूप से झामुमो और बीजेपी मैदान में है।
हेमंत सोरेन को बीजेपी में ने जेल भेजने का काम किया। जल, जंगल, जमीन और आदिवासियों की संवैधानिक रक्षा के लिए यह चुनाव महागठबंधन के प्रत्याशी को जितना बहुत जरूरी है। भाजपा 400 का नारा दे रही है, लेकिन हमें अपने अधिकार संविधान बचाने के लिए इस बार वोट करना है। 2019 में मझगांव और चाईबासा विधानसभा से सबसे अधिक वोट पड़ा था। हमें इस बार पश्चिम सिंहभूम के पांचो विधानसभा से एक-एक लाख वोट लेने का लक्ष्य तय करना है। जिससे हम भाजपा प्रत्याशी से 2 लाख वोट से जीत दिला कर जोबा माझी को दिल्ली भेज सके।
बीते दिनों सरायकेला में कुछ ग्रामीण पेयजल की समस्या को लेकर संसद गीता कूड़ा को गांव पहुंचने पर सवाल किया की 5 साल आप आए नहीं और चुनाव के समय क्यों आए। इसका विरोध किया गया तो उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा पर ही लगा दिए। साथ ही भाजपा के कार्यकर्ता आदिवासी के पारंपरिक हथियार तीर धनुष को स्थानीय महिलाओं के विरुद्ध झामुमो का कार्यकर्ता और गुंडा होने का आरोप लगाया। यह आदिवासियों के साथ भाजपा में जाने के बाद गीता कोड़ा का कैसा आरोप है। हमें जो भी आरोप लगाए लेकिन इस बार हम जवाब उन्हें वोट से देंगे।
इससे पूर्व तांतनगर, मंझारी , कुमारदूंगी और मझगांव विधानसभा में पार्टी कार्यालय का उद्घाटन अतिथियों ने किया इस मौके पर सोनाराम देवगम, सुनिल सिरका, गणेश पाट पिंगुआ, शशि भूषण पिंगुआ, जवाहर बोईपाई, पूनम जेराई , मोनिका बोइपाई, राजेश पिंगुआ, दिलबर हुसैन, धनुर्जय तिरिया, मोहम्मद फैयाज, देवराज चातार, मासूम रजा, रितेश तामसोई समेत अन्य मौजूद थे।