जमशेदपुर। भाजपा जमशेदपुर महानगर अनुसूचित जनजाति मोर्चा के तत्वावधान में रविवार को हुल दिवस मनाया गया। पुर्वी विधानसभा अंतर्गत भुइयांडीह चौक स्थित हुल क्रांति के नायक सिदो-कान्हू की आदमकद प्रतिमा पर भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान मौजूद कार्यकर्ताओं ने चांद-भैरव एवं फूलो-झानो के बलिदान को स्मरण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर भाजपा महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा ने हुल दिवस को आजादी की पहली लड़ाई बताते हुए संथाल विद्रोह के नायकों को नमन किया। उन्होंने कहा कि झारखंड के वीर सपूतों ने हुल क्रांति कर अंग्रेजी हुकूमत की जड़ें हिला दी थी। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में शायद यह इकलौता उदाहरण है, जहां एक ही मां की चार संतानों ने जन्मभूमि के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। यह कोई सामान्य घटना नहीं थी, बल्कि इसमें भागलपुर, हजारीबाग से लेकर वर्तमान पश्चिम बंगाल के वीरभूम-बांकुड़ा तक के संथालों और अन्य जाति के लोगों ने भाग लिया था। जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने कहा कि यह विशेष दिन स्वाधीनता संग्राम में अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने वाले आदिवासियों के संघर्ष गाथा और उनके बलिदान को स्मरण कर प्रेरणा लेने का दिन है।
इस दौरान महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा, चंद्रशेखर मिश्रा, गुंजन यादव, पवन अग्रवाल, सुरेश शर्मा, रमेश बास्के, रमेश नाग, शैलेश गुप्ता, संजय मुंडा, फिलिप तिर्की, दीपक सुंडी, विजय गौंड, काजू शांडिल, वीरेन मुर्मू, संतोष कुमार, मिथिलेश साव, उमेश साव, रमेश विश्वकर्मा, रंजीत सिंह, रामचंद्र प्रसाद, मुकेश राज, महावीर सिंह समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।