▶ गड़बड़ी रोकने झारखंड में सीमाएं होंगी सील
▶अफसर किसी का फेवर करेंगे, तो कड़ी कार्रवाई
रांची। झारखंड में विधानसभा चुनाव कराने को लेकर निर्वाचन आयोग ने पूरी तरह तैयार है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त में समीक्षा बैठक के बाद श्री कुमार ने कहा कि आयोग जल्द ही चुनाव की तारीखों पर अंतिम फैसला लेगा। पत्रकारों के सवालों के जवाब में मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि हम परसों से महाराष्ट्र के दौरे पर जा रहे हैं, उसके बाद चुनाव की तारीखों पर निर्णय लेंगे। हम समय से चुनाव करायेंगे। कुछ पार्टियों ने मांग की थी कि पोलिंग बूथों पर 100 फीसदी सीसीटीवी कैमरों का बंदोबस्त किया जाना चाहिए, जिसे हमने इसे मान लिया है। हम बिल्कुल तैयार हैं। प्रशासन दुरुस्त है। यदि कोई अधिकारी किसी पार्टी को फेवर करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जायेगी। बॉर्डर्स राजीव कुमार के नेतृत्व में आयोग की 13 सदस्यीय टीम ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा पूरी कर ली है।
सील कर दिये जायेंगे, किसी भी पड़ोसी राज्य से झारखंड में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए, ऐसे निर्देश अधिकारियों को जारी कर दिये गये हैं। सभी दलों के सुझाव : टीम के अनुसार कई राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग से एक ही चरण में विधानसभा चुनाव कराने का अनुरोध किया है। अधिकांश दलों ने चुनाव कार्यक्रम तय करने से पहले अक्टूबर और नवंबर में दिवाली, छठ, दुर्गा पूजा और राज्य स्थापना दिवस जैसे मौकों पर विचार करने का भी अनुरोध किया है।
यही नहीं कुछ दलों ने चुनाव प्रचार के दौरान नफरत फैलाने वाले भाषणों के बारे
निष्पक्ष चुनाव की सभी तैयारी
संवाददाताओं से चातचीत में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा- हमने सभी को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए। यही नहीं उनी पार्टियों को समान लेवल प्लेइंग फील्ड मिलनी चाहिए। डीसी, एसपी को निर्देश दिये गये हैं कि चुनाव में किसी भी प्रकार का प्रलोभव जैसे इल्स आदि की समस्या से कड़ाई से निपटा जाये। टीम ने सुबे में समी प्रवर्तन एजेंसियों के साथ बैठक कर चुनाव तैयारियों की समीक्षा की है। आयोग ने साफ कर दिया है कि निष्पक्ष चुनाव के लिए सभी दलों को समान लेवल में चिंता जतायी। आयोग से राज्य में अवैध प्रवासियों जैसे विचाराधीन मामलों प्लेइंग फील्ड मुहंवा कराई जायेगी। सूबे में चुनाव के दौरान पड़ोसी राज्यों से किसी भी तरह की गड़बाड़ी का हो इसके लिए सीमाएं सील करने का निर्देश भी अधिकारियों को जारी किया गया है। समी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद मुख्य निर्वाचन आयुक्त एवं उनकी टीम ने दो दिन तक विधानसमा चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया। उनकी मांगों और आपतियों को सुना। फिर प्रशासन और पुलिस के जाला अधिकारियों और अन्य एजेंसियों के साथ बैठक की। उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश दिये।