जमशेदपुर : एनडीए गठबंधन में ईचागढ़ विधानसभा सीट आजसू पार्टी को देने पर सहमति बन गई है. लेकिन अभी तक इसे पूरी तरह से साफ नहीं किया गया है. अब ऐसे में चर्चा यह हो रही है कि अरविंद सिंह ने पिछले कई माह से अपना फील्ड ईचागढ़ में तैयार किया है. ऐसे में वह निर्दलीय या किसी अन्य पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।
पूरे झारखंड के राजनीतिक परिदृश्य को देखा जाए तो झारखंड भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की नहीं चल रही है. उनकी साख आला नेताओं की नजर में कमजोर हो गयी है. ऐसी घड़ी में बाबूलाल की बातें नहीं सुनी जा रही है।
पूर्व विधायक अरविंद सिंह की बात करें तो वे तीन पर ईचागढ़ का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. इस बार उन्होंने अपने विस क्षेत्र में अच्छी पैठ बनायी थी. ऐसे में यह सीट आजसू पार्टी को दिए जाने से उनकी परेशानी बढ़ सकती है. हालाकि वे अपने फील्ड में एक बार फिर से भाग्य भी आजमाने की फिराक में लगे हुए हैं।
चर्चा है कि हरेलाल महतो ही आजसू पार्टी का संगठन चला रहे हैं. इसमें आने वाली कमी-बेसी को वे ही पूरा करने का काम करते हैं. साथ ही सुदेश महतो की गृहमंत्री अमित साह से अच्छी दोस्ती हो गई है. ऐसे में ईचागढ़ सीट भाजपा से लपक लेना आजसू के लिए कोई बड़ी बात नहीं है।