रांची पुलिस ने एक बड़े हथियार तस्कर को पकड़ा है। खुद डीएसपी प्रकाश सोय ने भेष बदलकर उसे पकड़ा। मोहम्मद राजन नाम के इस तस्कर को रंगे हाथों पकड़ा गया। राजन 45 से 60 हज़ार में देसी पिस्तौल बेचता था। पुलिस को उसके पास से दो पिस्तौल, कारतूस और एक स्कूटी मिली है।
रांची: रांची पुलिस ने एक शातिर हथियार तस्कर को धर दबोचा है। कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय ने खुद भेष बदलकर यह कार्रवाई को अंजाम दिया। एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा को गुप्त सूचना मिली थी कि मोहम्मद राजन नाम का एक शख्स हथियारों की तस्करी में लिप्त है। इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया और मोहम्मद राजन को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि मोहम्मद राजन हिंदपीढ़ी इलाके में सक्रिय था। एसएसपी से मिली सूचना के बाद डीएसपी प्रकाश सोय ने एक ग्राहक बनकर राजन से संपर्क साधा। डीएसपी ने कुर्ता-पजामा पहना और सिर पर टोपी पहनकर हथियार खरीदने पुरानी मस्जिद इलाके में पहुंच गए। डीएसपी को आरोपी राजन पहचान नहीं पाया। डीएसपी ने राजन से बढ़िया हथियार खरीदने की इच्छा जताई। जैसे ही राजन से पिस्तौल दिखाई, पुलिस ने उसे दबोच लिया।
45 से 60 हजार रुपये में देसी पिस्तौल बेचता था राजन
पुलिस ने मोहम्मद राजन के पास से दो देसी पिस्तौल, तीन खाली मैगजीन, एक मोबाइल और एक स्कूटी बरामद की है। पूछताछ के दौरान मोहम्मद राजन ने बताया कि वह 45 से 60 हजार रुपये में देसी पिस्तौल बेचता था। उसने अपने गिरोह में शामिल एक और शख्स ओम प्रकाश गुप्ता का नाम भी बताया है, जो हटिया विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी है।
पुलिस ने निर्दलीय प्रत्याशी के घर की छापेमारी
पुलिस ने निर्दलीय प्रत्याशी ओम प्रकाश गुप्ता के घर पर भी छापेमारी की, लेकिन वहां से कुछ भी बरामद नहीं हुआ। सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि अपराधियों के सहयोगी चाहे वह कोई सफेदपोश ही क्यों ना हो, किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शुरू में मोहम्मद राजन उन पर यकीन नहीं कर रहा था: DSP प्रकाश सोय
इस मामले में डीएसपी प्रकाश सोय ने बताया कि शुरू में मोहम्मद राजन उन पर यकीन नहीं कर रहा था। उसने डीएसपी से पूछा कि वह उस पर कैसे भरोसा कर सकता है। इस पर डीएसपी ने उसे बताया कि वह उसके कुछ करीबियों को जानते हैं। इसके बाद राजन को डीएसपी पर भरोसा हो गया। डीएसपी ने बताया कि वह कुर्ता-पायजामा और टोपी पहनकर राजन से मिलने पहुंचे थे। राजन ने उन्हें पुरानी रांची के अखाड़ा चौक के पास बुलाया था। वह डीएसपी को हथियार दिखा रहा था और उसकी खूबियां बता रहा था। तभी डीएसपी ने अपने साथियों के साथ उसे धर दबोचा।
मेरी छवि धूमिल करने की साजिश: निर्दलीय प्रत्याशी ओम शंकर गुप्ता
इधर निर्दलीय प्रत्याशी ओम शंकर गुप्ता ने कहा है कि चुनाव के दौरान उनकी छवि को धूमिल करने के लिए यह सोची समझी साजिश रची गई है।