RANCHI : राजधानी रांची के कोतवाली DSP प्रकाश सोय के मोबाइल फोन की घंटी बजी और सामने से आवाज आयी “सर-सर, कुख्यात सोनू इमरोज को टपकाने वाला गुड्डू और शमशेर रांची में है। दोनों हिंदपीढ़ी इलाके के छोटा तालाब के पास एक बारात में बाराती बनकर आये हुये हैं। मौका अच्छा है, धर लीजिये।” मिली इंफॉर्मेशन को DSP ने आला अधिकारियों के साथ शेयर की। हुक्म मिला दोनों को धर दबोचने का। फिर क्या था तेज तर्रार अधिकारी माने जाने वाले DSP प्रकाश सोय ने अपनी वर्दी उतारी और नॉर्मल कपड़े पहन लिये। कमर में पिस्टल खोंसी और अपनी टीम के साथ बताये गये ठिकाने पर बाराती बन पहुंच गये। उनकी टीम भी सिविल ड्रेस में थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बारात में आये मोस्ट वांटेड गुड्डू उर्फ मो इमरान को पहचान कर दबोच लिया। वहीं, उसका साथी शमशेर महिला के कपड़े पहन वहां से भाग निकलने में कामयाब रहा। गुड्डू उर्फ मो इमरान को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
DSP प्रकाश सोय ने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आये गुड्डू ने कई राज उगले हैं। DSP ने बताया कि गैंगवार में कुख्यात सोनू इमरोज को टपकाने के बाद गुड्डू और शमशेर ने कोलकाता में पनाह ले लिया था। दोनों वहीं से अपना रंगदारी का काला धंधा ऑपरेट कर रहा था। वह हिंदपीढ़ी के ही लोगों से रंगदारी वसूली करता था। आज यहां एक शादी में बतौर बाराती पहुंचा था, जो धरा गया।
यहां याद दिला दें कि कुख्यात सोनू इमरोज चार नंवबर 2018 को गैंगवार में मारा गया था। रांची के डेली मार्केट थाना क्षेत्र में 6 लोगों ने घेर कर उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। सोनू के सीने, हाथ और कनपट्टी में गोली लगी थी। खून से लथपथ सोनू को जबतक रिम्स ले जाया गया, तब तक उसने दम तोड़ दिया था। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। शमशाद आलम उर्फ चपटा और तबरेज आलम उर्फ चमरा को कोर्ट ने दोषी करार देते हुये उम्रकैद की सजा सुनायी थी। वहीं, एक अन्य आरोपी मो. शकील को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया था।