पटना: बिहार के जन अधिकार पार्टी (जाप) के प्रमुख पप्पू यादव इन दिनों जान से मारने की धमकियों का सामना कर रहे हैं। हाल ही में उन्हें और उनके बेटे को भी धमकी दी गई, जिसके बाद पप्पू यादव ने इस गंभीर मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। धमकी देने वाले ने उन्हें और उनके बेटे को मारने की चेतावनी दी, साथ ही एक लाइव लोकेशन भी भेजी, जिससे पप्पू यादव पूरी तरह से सशंकित हो गए हैं। इस घटना ने उन्हें भावुक कर दिया है और वह अब इस मामले की गहरी जांच की मांग कर रहे हैं।
धमकियों के बावजूद पप्पू यादव का साहसी बयान
पप्पू यादव का कहना है कि वह अब इन धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें सुरक्षा की कोई भी ‘भीख’ नहीं चाहिए, और वह खुद के लिए कोई विशेष सुरक्षा नहीं मांगेंगे। उनका मानना है कि आम लोग उनकी सुरक्षा करेंगे और इस मामले को लेकर वे पूरी जांच चाहते हैं। पप्पू यादव ने यह भी कहा कि अगर कोई धमकी देने वाला उनसे सीधे बात करना चाहता है, तो वे एक तारीख और मैदान तय करने को तैयार हैं। उनका यह बयान इस बात को स्पष्ट करता है कि वे किसी भी प्रकार की धमकी से डरने वाले नहीं हैं और वे पूरी स्थिति का सामाना करने के लिए तैयार हैं।
सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव
पप्पू यादव के घर और कार्यालय की सुरक्षा में भी अब बदलाव किया गया है। उन्होंने एक नया एंट्री गेट बनवाया है, जहां पर स्कैनर भी लगाया गया है, ताकि अंदर आने वाला हर व्यक्ति जांच के बाद ही प्रवेश कर सके। यह कदम उनकी सुरक्षा को लेकर एक और महत्वपूर्ण पहलू साबित हो सकता है, खासकर जब उन्हें और उनके परिवार को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।
इसके अलावा, पप्पू यादव को फिलहाल Y कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है। पूर्णिया पुलिस ने भी उनकी सुरक्षा के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए हैं। उनके कार्यालय में सुरक्षा को लेकर सख्त नियम लागू किए गए हैं, जहां कार्यकर्ता मिलने आने वाले लोगों से पहले उनकी समस्या पूछते हैं और उसे हल करने की कोशिश करते हैं।
पप्पू यादव ने की जांच की मांग
पप्पू यादव ने इस धमकी मामले की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी बिहार से भी संपर्क किया है और इस संबंध में लिखित आवेदन दिया है। साथ ही, उन्होंने पटना हाई कोर्ट को भी पत्र लिखकर जांच की मांग की है। पप्पू यादव का कहना है कि यह पूरी घटना किसी न किसी संगठित समूह से जुड़ी हुई हो सकती है, खासकर दिल्ली से पकड़े गए महेश पांडेय का लॉरेन्स बिश्नोई गैंग से कनेक्शन होने का दावा किया गया है। वह बार-बार पूछ रहे हैं कि यह धमकियां देने वाला कौन है और इसकी जांच क्यों नहीं की जा रही है।
विपक्षी नेताओं को सुरक्षा में भेदभाव?
पप्पू यादव ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा आरएसएस प्रमुख, बीजेपी नेताओं, और अन्य प्रसिद्ध हस्तियों को बिना वजह सुरक्षा दी जाती है, जबकि विपक्षी नेताओं को सुरक्षा देने में कोई खास कदम नहीं उठाए जाते। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर भी कई सवाल खड़े हो चुके हैं, और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर भी लगातार हमले हो रहे हैं।
पप्पू यादव के बयान और कदम यह स्पष्ट करते हैं कि वे किसी भी प्रकार के डर के बिना अपने खिलाफ हो रही धमकियों का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।