JPSC SCAM : जेपीएससी घोटाले में पूर्व चेयरमैन की मुश्किलें और बढ़ने वाली है। सीबीआई ने करीब 12 साल बाद जांच पूरी करते हुए जेपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष दिलीप प्रसाद समेत 70 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया है। चार्जशीट में कई अधिकारियों के भी नाम हैं। जानकारी के मुताबिक आरोपियों में कुछ ऐसे भी अधिकारी हैं, जो वर्तमान में प्रोन्नति पाकर डीएसपी से एसपी बन कर जिला संभाल रहे हैं।
आरोप है कि उस वक्त जेपीएससी के सदस्य और को-आर्डिनेटर के कहने पर 12 परीक्षार्थियों के नंबर बढ़ा दिए गए थे। कई अभ्यर्थियों की कापियों में काट-छांट कर नंबर बढ़ाए गए और सफल उम्मीदवारों के इंटरव्यू में मिले वास्तविक नंबर को भी बढ़ाया गया। कॉपियों की जांच गुजरात स्थित फोरेंसिक लैब में कराई गई है।
इस मामले में अब 28 नवंबर को सुनवाई होनी है। जिन लोगों पर चार्जशीट दायर हुई है, उसमें जेपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष दिलीप कुमार प्रसाद, सदस्य गोपाल प्रसाद सिंह, शांति देवी, राधा गोविंद सिंह नागेश, एलिस उषा रानी सिंह, अरविंद कुमार, एसए खन्ना, बटेश्वर पंडित, कोआर्डिनेटर परमानंद सिंह, अल्बर्ट टोप्पो, एस अहमद, नंदलाल, सोहन राम, प्रशांत कुमार लायक, राधा प्रेम किशोर, विनोद राम, हरि शंकर बराईक, हरि शंगर सिंह मुंडा, रवि कुमार कुजुर, मुकेश कुमार महतो, कुंदन कुमार सिंह, मौसमी नागेश, कानुराम नाग, लाल मोहन नाथ शाहदेव, प्रकाश कुमार, कुमारी गीतांजलि, संगीता कुमारी, रजनिश कुमार, शिवेंद्र, संतोष कुमार चौधरी, कुमार शैलेंद्र एवं हरि उरांव का नाम शामिल है।
जानकारी के मुताबिक सीबीआई की जांच में कुल 70 आरोपियों का नाम शामिल है। दाखिल चार्जशीट में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा चलाने की स्वीकृति नहीं दिए जाने के कारण अदालत ने संज्ञान नहीं लिया है।हाई कोर्ट ने वर्ष 2012 में नियुक्ति घोटाले की दिया था जांच आदेश झारखंड हाई कोर्ट ने वर्ष 2012 में नियुक्ति घोटाले की जांच आदेश दिया था।हाई कोर्ट के आदेश पर वर्ष 2000 के बाद ली गई सभी 16 परीक्षाओं की जांच सीबीआई ने जुलाई 2012 में शुरू की। सीबीआई ने जुलाई 2012 में 32 के खिलाफ दर्ज की थी।सीबीआई ने 7 जुलाई 2012 को द्वितीय जेपीएससी नियुक्ति घोटाले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की थी।