रांची : विभागीय समीक्षा के दौरान मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कड़े तेवर दिखाये। मंत्री ने जहां अफसरों के कामकाज पर नाराजगी जतायी, तो वहीं दूसरी तरफ कर्मशाला से गायब एग्रिकल्चर अफसर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। दरअसल सोमवार को झारखंड की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कर्मशाला में विभागीयी समीक्षा की। इस दौरान अधिकारियों के कामकाज से वो असंतुष्ट दिखी। बैठख से गायब नुपस्थित गोड्डा जिला कृषि पदाधिकारी को शोकॉज जारी करने का आदेश दिया। रांची के हेसाग स्थित पशुपालन भवन में रबी फसल पर राज्य स्तरीय कर्मशाला का आयोजन किया गया था। इसका उद्देश्य किसानों को रबी फसल की सही जानकारी देना और उन्नत कृषि की ओर कदम बढ़ाना था। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अगली बार योजना से संबंधित पूरी जानकारी के साथ बैठक में शामिल हों। कर्मशाला में जिला कृषि पदाधिकारी से विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में मंत्री ने पूछना शुरू किया।
कई अधिकारी को तो विभागीय योजनाओं की ही जानकारी नहीं थी। कितने लाभुकों को लाभ मिल रहा है। जिलों में कितना क्रियान्वयन हो रहा है, इन सब की जानकारी भी कई अधिकारी नहीं दे सके। बोकारो, धनबाद, दुमका, गोड्डा सहित कई जिलों से विभागीय योजना से संबंधित सवाल मंत्री ने पूछे, लेकिन जवाब संतोषप्रद नहीं था। मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने अधिकारियों को नसीहत दी, कि वो अपना काम ईमानदारी से करें। मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया है कि वह जब भी इस तरह की कार्यशाला में शिरकत करने आएं, तो पूरी तैयारी के साथ आएं. पहले ही विभागीय अधिकारियों को सप्ताह में दो दिन फील्ड विजिट करने का निर्देश दिया गया था। वहीं 31 दिसंबर तक अलग-अलग कार्यशाला आयोजित करने का लक्ष्य दिया गया है. उसके बाद 2 से 3 जनवरी तक राज्य कृषि निदेशक को रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। वहीं गोड्डा जिला कृषि पदाधिकारी के कर्मशाला में अनुपस्थित रहने पर शोकॉज करने का निर्देश दिया।