जमशेदपुर : जमशेदपुर वर्कर्स महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई (एनएसएस) और मनोविज्ञान विभाग ने मानसिक-स्वास्थ्य कल्याण पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला के पहले दिन मुख्य अतिथि जमशेदपुर के आर्ट ऑफ लिविंग सेंटर की श्रीमती मोक्षिता गौतम द्वारा ध्यान और प्राणायाम का सत्र आयोजित किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन प्राचार्य डॉ सत्यप्रिय महालिक ने ऑनलाइन माध्यम से किया और तेज गति की जिंदगी में योग और ध्यान के महत्व को दोहराया। कार्यशाला की अध्यक्षता प्रोफेसर इंचार्ज डॉ अनिल चंद्र पाठक ने की।
मुख्य अतिथि ने अपने विचार और संघर्षों को साझा किया और छात्रों से संवाद करने, आत्मविश्वास रखने, आत्म-संदेह से छुटकारा पाने और हर दिन खुद को बेहतर बनाने का आग्रह किया। उन्होंने आसन और ध्यान की सही मुद्राओं और मूल्यों की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया और भस्तिका और प्राणायाम का अभ्यास कराया। उन्होंने छात्रों के साथ विचार-विमर्श किया और उनकी जिज्ञासाओं का पूरी तरह से उत्तर दिया।
कार्यशाला का समन्वयन एवं प्रबंधन एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुरभि सिन्हा और डॉ. आलोक कुमार चौबे ने किया। मनोविज्ञान विभाग की डॉ. वाज़दा तबस्सुम और डॉ. संगीता कुमारी ने क्रमशः उद्घाटन भाषण और धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यशाला में कॉलेज के 80 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिन्होंने सभी आसन और प्राणायाम का कठोरता से अभ्यास किया। कार्यशाला में प्रो. सुभाष चंद्र दास, डॉ. अमरेंद्र सिंह, प्रो. प्रियंका और कॉलेज के सभी शिक्षक मौजूद थे। कार्यशाला का समापन हंसी-मज़ाक और मानसिक और स्वास्थ्य कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता के साथ हुआ।