नई दिल्ली : पूरे देश में इस बार के फरवरी महीने ने 125 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मौसम विभाग के अनुसार साल 2025 का फरवरी पिछले 125 सालों में सबसे अधिक तापमान वाला महीना रहा है. साल 1901 से देश में तापमान रिकॉर्ड रखने की शुरुआत के बाद से यह सबसे गर्म फरवरी रहा. इस साल जनवरी में भी ऐसा ही कुछ हुआ था. साल की शुरुआत का यह महीना भी 125 साल के इतिहास का तीसरा सबसे गर्म जनवरी रहा था. रिकॉर्डतोड़ तापमान का सिलसिला निश्चित तौर पर अच्छे संकेत नहीं दे रहा है.
भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र ने मार्च से मई तक का जो पूर्वानुमान जारी किया है, वह भी डराने वाला है. भारत में फरवरी के दौरान औसत तापमान 22.04 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 1.34 डिग्री सेल्सियस अधिक है. जिन चार क्षेत्रों में भारत के मौसम को बांटा गया है, उसके मुताबिक इस साल का फरवरी महीना मध्य भारत में अब तक का सबसे गर्म फरवरी था, दक्षिण भारत में तीसरा सबसे गर्म, उत्तर-पश्चिम में पांचवां सबसे गर्म और पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में नौवां सबसे गर्म था. इस फरवरी मध्य भारत में औसत अधिकतम तापमान 24.6, दक्षिण भारत में यह 26.75, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में 20.14 और उत्तर-पश्चिम भारत में 17.11 डिग्री सेल्सियस था.
मौसम विभाग के अनुसार मार्च 2025 के दौरान भारत के अधिकांश भागों में मासिक अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है, केवल प्रायद्वीपीय भारत के कुछ दक्षिणी भागों को छोड़कर, जहां सामान्य से नीचे अधिकतम तापमान रहने की संभावना है. अगर बात न्यूनतम तापमान की करें तो मार्च 2025 के दौरान, देश के अधिकांश भागों में सामान्य से अधिक मासिक न्यूनतम तापमान रहने की संभावना है, केवल उत्तर-पश्चिम भारत और दक्षिण प्रायद्वीप के कुछ भागों को छोड़कर जहां सामान्य न्यूनतम तापमान रहने की सबसे अधिक संभावना है.
हीटवेव की घटनाओं का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने बताया कि मार्च से मई 2025 सीज़न के दौरान, देश के अधिकांश हिस्सों में हीट वेव दिनों की संख्या सामान्य से अधिक रहने की संभावना है लेकिन पूर्वोत्तर भारत, सुदूर उत्तर भारत और प्रायद्वीपीय भारत के दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिणी भागों को राहत रहेगी.
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