रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 19 अप्रैल से 27 अप्रैल तक स्पेन और स्वीडन की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। इस यात्रा के दौरान वे एक उच्चस्तरीय सरकारी और औद्योगिक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भी करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य झारखंड और स्पेन के बीच औद्योगिक, ऊर्जा (पारंपरिक व नवीकरणीय), उन्नत विनिर्माण और बुनियादी ढांचे के विकास के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करना है। मुख्यमंत्री के साथ इस प्रतिनिधिमंडल में मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन, मुख्य सचिव अलका तिवारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, उद्योग सचिव अरवा राजकमल, निदेशक उद्योग सुशांत गौरव, मुख्यमंत्री के निजी सलाहकार अजय कुमार सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और उद्योग से जुड़े प्रतिनिधि शामिल हैं। इस यात्रा के दौरान झारखंड सरकार की प्राथमिकता राज्य में उच्च गुणवत्ता वाले प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को आकर्षित करना है।
संसाधन-संपन्न राज्य है झारखंड
झारखंड, जो देश के सबसे संसाधन-संपन्न राज्यों में से एक है, औद्योगिक उत्पादन में अग्रणी भूमिका निभाता है। यहां टाटा स्टील, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल), एनटीपीसी, वेदांता, टाटा पावर, अडानी पावर और लिंडे ग्रुप जैसी बड़ी कंपनियां पहले से ही निवेश कर चुकी हैं।
भारत-स्पेन के आर्थिक संबंध मजबूत
भारत और स्पेन के बीच आर्थिक संबंध पिछले एक दशक में काफी मजबूत हुए हैं। वर्तमान में भारत में 280 से अधिक स्पेनिश कंपनियां कार्यरत हैं और 2024 में द्विपक्षीय व्यापार 8.78 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो सालाना 6.3% की वृद्धि को दर्शाता है। खासकर अक्षय ऊर्जा, धातु उद्योग, स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच गहरा तालमेल है।
कई समूहों के साथ होगी वार्ता
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल स्पेन और स्वीडन में विभिन्न औद्योगिक समूहों, निवेशकों और सरकारी संस्थानों से मुलाकात करेगा। इस दौरान आयोजित होने वाली बीटूबी बैठकों और व्यापार मंचों के माध्यम से स्पेनिश कंपनियों को झारखंड के औद्योगिक रोडमैप, निवेशक हितैषी नीतियों और पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के अवसरों से अवगत कराया जाएगा। इस यात्रा से झारखंड में औद्योगिक विकास को नई दिशा मिलने की उम्मीद है, जिससे राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और आर्थिक प्रगति को बल मिलेगा।