सीवान: जिले के लकड़ी नबीगंज ओपी थाना क्षेत्र के परौली गांव में 3 दिन से लापता बच्चे का शव मिलने से हड़कंप मच गया। शव मिलने की खबर जब गांव में फैली तो सैकड़ों की संख्या में लोग इकट्ठे हो गए और इसकी जानकारी ओपी थाना अध्यक्ष अजीत कुमार को दी गई। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।
बताते चलें 15 जून को 13 वर्षीय रितेश कुमार घर से गायब हो गया था। जिसकी जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही थी लेकिन उसका कुछ पता ना चल पाया। वही जब उसका बड़ा भाई रुपेश कुमार प्रदेश से घर आया तो वह भाई की खोजबीन शुरू कर तब ही लोगों ने यह जानकारी दी कि मृतक से लगभग डेढ़ सौ मीटर उत्तर दिशा में पुराने घर से बदबू आ रही है। लोगों को लगा कि कोई जानवर मर गया है। इसको लेकर मृतक का भाई पुराने घर को खोलने गया । जैसे ही घर का दरवाजा खोला उसने अपने भाई को फंदे से लटकता देख रोते बिलखते शोर करने लगा । जिसकी जानकारी पूरे गांव में फैल गई।
बाहर से बंद था कमरे का ताला
शव जिस कमरे से बरामद किया गया, उस कमरे में बाहर से ताला बंद था. अब सवाल उठता है कि छोटू ने अगर आत्महत्या ही की तो कमरे का ताला किसने बंद किया. ऐसे में जुटे लोग इस बात की आशंका जता रहे थे कि छोटू की हत्या प्लानिंग के तहत कर उसे आत्महत्या का रूप देने की असफल कोशिश की गयी है. छोटू का परिवार बगल के नये मकान में रहता है, जबकि शव उसके वीरान पड़े दालान से बरामद किया गया. लोग इस बात की भी चर्चा कर रहे थे कि घटना को अंजाम देने वाले दूसरी चाबी बनवा कर घटना को अंजाम दिये होंगे. ऐसे में किसी अपने की भी संलिप्तता से इन्कार नहीं किया जा सकता. फिलहाल अब पूरा मामला पुलिस की जांच पर टिका हुआ है. ओपी पुलिस का मानना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कई बातें सामने आयेंगी.