उत्तर प्रदेश : मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के एक स्कूल में एआई की मदद से शिक्षिका और छात्राओं की अश्लील तस्वीरें बनाने और इन्हें वायरल करने के मामले में स्कूल के ही 14 छात्र दोषी पाए गए हैं। जांच कमेटी ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट विद्यालय प्रबंधन को सौंप दी है। दोषी पाए गए छात्रों में से चार को इस गंभीर अपराध के लिए स्कूल से निकाला जा रहा है। उन सभी को टीसी जारी किए जाएंगे जबकि उनके सहयोगियों और आपत्तिजनक सामग्री को प्रसारित करने वाले अन्य 10 छात्रों को निलंबित किया जाएगा।
बता दें कि सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के एक प्रतिष्ठित विद्यालय के नौवीं के दो छात्रों ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) की मदद से स्कूल की एक शिक्षिका और कुछ छात्राओं की अश्लील तस्वीरें बनाकर वायरल कर दिए थे। ये छात्र एक वाट्सऐप ग्रुप से भी जुड़े थे। कुछ छात्र बाकायदा ग्रुप एडमिन के तौर पर काम कर रहे थे और हर रोज तस्वीरें डालते थे। स्कूल के ही एक छात्र ने इसकी जानकारी शिक्षिका को दी तो मामला सामने आ गया। इस मामले में पुलिस ने नौवीं के दो छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की तो स्कूल प्रबंधन ने तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित कर दिया। साथ ही विद्यालय स्तर पर जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम का गठन किया था। सोमवार को समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी। जांच में इस सब के पीछे 14 छात्र दोषी पाए गए हैं। मामले में स्कूल प्रबंधन को सोमवार को वरिष्ठ अधिकारी से मिलना था, लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी।
विद्यालय के छात्र एआई के जरिये छात्राओं और शिक्षिका की अश्लील फोटो बना रहे थे और उसे वाट्सएप ग्रुप में पोस्ट कर रहे थे। मामला खुलने के बाद से ग्रुप को डिएक्टिवेट कर दिया गया। अब इस बात की जानकारी नहीं हो पा रही है कि कुल कितने लोगों की अश्लील फोटो बनाई गई थी।