चाईबासा : पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, मैं सुशासन दिवस झारखंड अलग राज्य के निर्माण पूर्व प्रधानमंत्री। श्रृद्धेय अटल बिहारी वाजपेई जी की जयंती भारतीय जनता पार्टी पश्चिम सिंहभूम के सभी कार्यकर्ताओं ने श्रद्धा पूर्वक बनाया गया। और मिठाई बाटा गया। Atal Bihari Vajpayee का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ था। उनकी जयंती हर साल 25 दिसंबर को मनाई जाती है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, कुशल वक्ता, कवि, और प्रख्यात राजनीतिज्ञ के रूप में वे भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व थे।
उनके जीवन के मुख्य बिंदु / राजनीतिक करियर:
वे भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संस्थापकों में से एक थे। वे तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने (1996 में एक छोटे कार्यकाल के लिए और 1998-2004 तक दो बार) उन्होंने अपनी राजनीति को आदर्शों और सिद्धांतों के साथ जोड़ा और “सर्वजन हिताय” की सोच पर जोर दिया।
कवि और लेखक:
उनकी कविताएँ और लेखन आज भी प्रेरणा का स्रोत हैं. उनकी प्रसिद्ध कविताओं में “गीत नया गाता हूं” और “अमर बलिदान” शामिल हैं।
उपलब्धियाँ:
उनके कार्यकाल में भारत ने 1998 में पोखरण परमाणु परीक्षण किया, जिसने भारत को वैश्विक स्तर पर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित किया. “स्वर्णिम चतुर्भुज योजना” और “प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना” जैसी परियोजनाओं ने देश के विकास में बड़ी भूमिका निभाई।
सम्मान:
उन्हें 2015 में भारत रत्न, देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, से नवाजा गया. उनकी जयंती को भारत सरकार ने “सुशासन दिवस” के रूप में घोषित किया है।
उनके विचार:
वे हमेशा राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानते थे। उनका यह कथन प्रसिद्ध है: “छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता. उनका योगदान भारत की राजनीति, समाज और विकास के लिए अविस्मरणीय है।