चाईबासा : झारखंड के चाईबासा में शुक्रवार को एक साथ 15 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है. कुल 15 नकस्लियों ने सरेंडर किया जिसमें से एक नक्सली नाबालिग है जबकि दो महिला नक्सली है. इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों द्वारा सरेंडर करने के कारण 1 करोड़ के इनामी मिसिर बेसरा उर्फ सागर जी और पतिराम मांझी उर्फ अनल दा को बड़ा झटका लगा है।
सरेंडर करने वाले सभी नक्सली दोनों टीम के सक्रिय और मारक दस्त के सदस्य है. कोल्हान तथा सारंडा के सुदूर जंगली पहाड़ी क्षेत्र के चप्पे-चप्पे की जानकारी रखते थे. इनके सरेंडर करने से झारखंड पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ बड़ी सफलता मिल सकती है. शुक्रवार को पुलिस ने सभी को माला पहनाकर उनके मुख्य धारा से जुड़ने पर बधाई दी।
पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत कोल्हान एवं सारंडा क्षेत्र में विगत कुछ वर्षों से प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी के ERB ( ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो ) का संचालन केंद्रीय समिति सदस्य मिसिर बेसरा, पातीराम मांझी उर्फ अनल, असीम मंडल, सुशांत उर्फ अनमोल, मेहनत उर्फ मौछु, अजय महतो उर्फ बुधराम, पिंटू लोहार, अश्विन, कांडे होनहोगा, एवं सांगेन अंगरिया के नेतृत्व में किया जा रहा है. इनके द्वारा विगत वर्षों में इस क्षेत्र में अनेक विध्वंसक घटनाएं करवाया गया है. इनके विरुद्ध कार्रवाई में झारखंड पुलिस, झारखंड जगुआर, कोबरा और सीआरपीएफ बल की नियुक्त कर लगातार अभियान चलाया जा रहा है।
चाईबासा जिले में 2022 से लगातार संचालित अभियान के क्रम में पुलिस ने अब तक 161 नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. जबकि वर्ष 2022 एवं 2023 में कुल 11 नक्सलियों को पुलिस ने सरेंडर कराया है. वहीं, भारी मात्रा में कुल 375 विस्फोटक, हथियार, कारतूस और अन्य दैनिक उपयोग के समान को जप्त किया है. इतना ही नहीं नक्सलियों का स्थाई कैंप ERB मुख्यालय, 8-10 अस्थाई कैंप एवं 15 बंकर को भी ध्वस्त किया है।
सरेंडर करने वाले नक्सलियों में प्रधान कोड़ा उर्फ देवेन कोड़ा, चंद्रमोहन उर्फ चंद्रो अंगरिया उर्फ रोशन, पगला गोप उर्फ घासीराम गोप, विजय बोयपाई उर्फ अमन बोयपाई, गंगाराम पूर्ति उर्फ मोटका पूर्ति, बोयो कोड़ा, जोदेन कोड़ा, पेलोंग कोड़ा उर्फ नीशा कोड़ा, सोनु चंपिया, रामजा पूर्ति उर्फ डुगूद पूर्ति, सोहन सिंह हेंब्रम उर्फ सीनू, डोरन चंपिया उर्फ गोलमाय, सुशील उर्फ मोगा चंपिया और मनी चंपिया शामिल है।