चाईबासा : देश के प्रथम पूर्व महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती रविवार को कांग्रेस भवन , चाईबासा में मनाई गई। कांग्रेसीयों ने इंदिरा गांधी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर तथा उनके जीवन चरित्र पर विस्तार से प्रकाश डाला। सभी कांग्रेसियों ने एक स्वर में कहा इंदिरा जी, आप-सा कोई नहीं देश की राजनीति में पहली बार पुरूष वर्चस्व को चुनौती, बैंकों का राष्ट्रीयकरण, कोयला खदानों का राष्ट्रीयकरण, राजाओं के प्रिवी पर्स की समाप्ति, चीन के मुखर विरोध के बावजूद सिक्किम का भारतीय गणराज्य में विलय, पाकिस्तान के टुकड़े कर एक नए देश बांग्लादेश का निर्माण, भारतीय सेना के आगे लगभग एक लाख पाकिस्तानी सैनिकों का ऐतिहासिक आत्मसमर्पण, कश्मीर मुद्दे का अंतर्राष्ट्रीयकरण रोकने के लिए पाकिस्तान के साथ अपनी शर्तों पर शिमला समझौता, विश्व भर के विरोध और प्रतिबंधों की धमकी के बावजूद भारत का पहला परमाणु विस्फोट आज यह सोच कर भी रोमांच हो आता है कि भारत में कोई एक ऐसी प्रधानमंत्री भी हुई थी जिसने देशवासियों को राष्ट्रीय गौरव की इतनी सारी वजहें दी।
मौजूदा समय में देश की जो हालत है उसमें देश को एकजुट रखने और दुनिया में भारत की ताकत का लोहा मनवाने के लिए इंदिरा गांधी के दिखाए रास्ते पर ही चलने की जरूरत है। श्रीमती गांधी ने विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री रहते वैश्विक क्षितिज पर भारत की बुलंदियों का जो झंडा गाड़ा उसका लोहा विकसित देश भी मानते रहे। उनकी कार्यशैली, त्वरित निर्णय की क्षमता तथा विपक्षी पर आक्रामक तेवर ने ही उन्हें आयरन लेडी के खिताब से नवाजा। ऐसे में सभी कांग्रेसजनों का यह कर्तव्य है कि खुद को इंदिरा गांधी के दिखाए रास्ते के अनुकूल ढालें और उसी रास्ते पर चल कर देश को समृद्ध और ताकतवर बनाने में सहयोग करें।
इस अवसर पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर दास, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष नीतिमा बारी, जिला बीस सूत्री सदस्य त्रिशानु राय, आरजीपीआरएस प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीत शर्मा, जिला प्रवक्ता जितेन्द्र नाथ ओझा, जिला सचिव संतोष सिन्हा, नगर अध्यक्ष अजय कुमार, प्रखंड अध्यक्ष सिकुर गोप, वरीय कांग्रेसी घनश्याम गागराई, रूप सिंह बारी, राज कुमार गोप, मो.अरसलाम, जीत मोहन गोप, सुशील कुमार दास आदि उपस्थित थे।