हरारे। क्रिकेट को यूं ही अनिश्चितता का खेल नहीं कहा जाता। कभी एक गेंद पर जीत हार तय होती है, तो आंकड़ों में मजबूत टीम भी मैदान पर धाराशायी हो जाती है। अब वेस्टइंडीज को ही देख लीजिये, जो विश्व कप क्रिकेट से बाहर हो गयी है। वेस्टइंडीज वर्ल्ड कप क्रिकेट से बाहर हो गयी है। इसी साल विश्व कप क्रिकेट भारत में होना था, लेकिन मैच के ठीक पहले स्काटलैंड ने बड़ा उलटफेर करते हुए वेस्टइंडीज को हराकर विश्व कप से बाहर बैठा दिया। दो बार की चैम्पियन वेस्टइंडीज इस साल भारत में होने वाले आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप में भाग नहीं ले पाएगी। इससे पहले वेस्टइंडीज ने ओडीआई वर्ल्ड कप के सभी 12 संस्करणों में भाग लिया था। 1975 और 1979 के वर्ल्ड कप में तो विंडीज ने क्लाइव लॉयड की कप्तानी में वर्ल्ड कप खिताब भी जीता था।
जिम्बाब्वे में खेले जा रहे वर्ल्ड कप क्वालिफायर के एक अहम मुकाबले में वेस्टइंडीज को स्कॉटलैंड ने सात विकेट से हरा दिया। हरारे स्पोर्ट्स क्लब में हुए मैच में वेस्टइंडीज ने स्कॉटलैंड को 182 रनों का टारगेट दिया था, जिसे उसने 39 गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया। दो बार की विश्व चैंपियन वेस्टइंडीज 48 साल में पहली बार ऐसा होगा जब विश्व कप के लिए मैदान पर नहीं उतरेगी। वेस्टइंडीज की टीम लगातार दो बार 1975 और 1979 में चैंपियन बनी थी। इसके बाद से वह एक बार भी खिताबी जीत हासिल नहीं कर सकी है। हालांकि ऐसा कभी नहीं हुआ था कि वह टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई ना कर पाई हो लेकिन 2023 विश्व में ऐसा हो गया।
टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम 43.5 ओवर में सिर्फ 181 रनों पर सिमट गई. वेस्टइंडीज की ओर से जेसन होल्डर और रोमारियो शेफर्ड ही कुछ संघर्ष कर पाए। होल्डर ने 79 गेंदों का सामना करते हुए 45 रन बनाए, जिसमें तीन चौके और एक सिक्स शामिल रहा। वहीं शेफर्ड ने पांच चौकों की मदद से 43 गेंदों पर 36 रनों की पारी खेली। स्कॉटलैंड की ओर से ब्रैंडन मैकमुलेन ने सबसे ज्यादा तीन विकेट चटकाए। वहीं क्रिस सोल, मॉक वॉट और क्रिस ग्रीव्स को दो-दो सफलताएं हासिल हुईं। जवाब में स्कॉटलैंड ने 43.3 ओवरों में ही टारगेट को हासिल कर लिया। विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू क्रॉस 74 रन बनाकर नाबाद रहे। वहीं ब्रैंडन मैकमुलेन ने 69 रनों की पारी खेली। क्रॉस ने अपनी पारी में सात चौके लगाए। वहीं मैकमुलेन के बल्ले से आठ चौके और एक सिक्स निकला।