उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है जहां पहले महिला ने भाई और प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या कर दी और फिर जब कोर्ट ने सजा सुनाई तो जहर खाकर जान देने की कोशिश की। दरअसल मामला साल 2020 का है जब महिला ने अपने पति की हत्या कर दी थी। उसके इस काम में उसके भाई और प्रेमी ने मदद की थी। इसके बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए लूट की झूठी कहानी सुनाई गई लेकिन उनका झूठ ज्यादा दिनों तक चल नहीं पाया। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां कोर्ट उम्र कैद की सजा सुना दी।
सजा सुनते ही महिला ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की जिससे कोर्ट में हंगामा मच गया। पुलिस और आसपास खड़े लोगों ने उसके हाथ से पुडिय़ा छीन लीऔर महिला को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय पहुंचाया जहां मेडिकल चेकअप के बाद उसे वार्ड में भर्ती कर लिया गया। हालत ठीक होने पर उसे जेल पहुंचाया जायेगा।
मामला उज्जैन के चिंतामन थाना क्षेत्र के अकासोदा का साल 2020 का है जहां गांव में हत्या और लूट की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। यहां गांव के टीकम सिंह की हत्या हुई थी। पुलिस मामले में पूछताछ कर रही थी तो मृतक की पत्नी रचना बाई ने पुलिस को गुमराह करने के लिए झूठी लूट की कहानी सुनाई। जिसमे उसने कहा की देर रात बदमाश घर में रखे 35 हज़ार रुपये और सोने चांदी के जेवर लूट ले गए और इस दौरान उनके पति की हत्या कर दी। पुलिस ने अपनी जांच में पाया की महिला का कंही प्रेम प्रसंग चल रहा था। सख्ती से पूछताछ करने पर महिला और उसके प्रेमी रतन ने अपना जुर्म काबुल कर लिया था और पुलिस को बताया कि रतन से प्रेम संबंध के कारण पति से विवाद होता था इस कारण डंडे से पीटकर उसकी हत्या कर दी। रचना ने बताया कि सजा सुनने के बाद घर से लाई जहर की पुडिय़ा से जहर खाने का प्रयास कर रही थी लेकिन कुछ लोगों वे वह पुडिय़ा छीन ली। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि रचना की हालत स्थिर बनी हुई है और अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उसे जेल दाखिल किया जाएगा।
सप्तम अपर सत्र न्यायाधीश शशिकांत वर्मा ने रचना बाई के साथ-साथ उसके प्रेमी रतन सिंह, भाई वीरेंद्र सिंह और ईश्वर सिंह को हत्या और षड्यंत्र की धारा में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। उक्त सजा सुनाने के बाद पुलिस ने सभी को अपनी कस्टडी में ले लिया। इस दौरान कोर्ट परिसर में रचना बाई ने जहरीला पदार्थ खाने का प्रयास किया।