घाटशिला : शरीर के किसी अंग के अभाव से कहने के लिए इंसान भले कमजोर हो सकता है, लेकिन समाज में उसके साथ अन्य लोगों की तरह व्यवहार उन्हें सबसे ज्यादा ताकतवर बना देता हैं। जरुरी है कि हर एक दिव्यांग को हम अपने परिवार का हिस्सा समझे।
ऐसी सोच जनसेवा के लिए समर्पित भाजपा नेत्री एवं समाजसेवी डॉ सुनीता देवदूत सोरेन की है। बीती दिन कोपपाड़ा निवासी गुरुचरण डोलाई जो कोई बरसो से चलने में असमर्थ थे आज उनके आवास में जाकर उन्हें बैसाखी प्रदान की ताकि वह आसानी से चल फिर सके इस अवसर पर उन्होंने कहा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन लोगों को दिव्यांग कहकर संबोधित किए थे , जिनके पास किसी अंग की कमी है या किसी अंग में कोई दिक्कत है आज दिव्यांगों को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। दिव्यांग सेवा नारायण सेवा ही है! मौके पर क्षेत्र के ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधि शामिल थे।
