चेन्नई । स्पेशल DGP रहे राजेश दास को महिला IPS के यौन उत्पीड़न मामले में 3 साल की सजा सुनायी गयी है। चेन्नई की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, विल्लुपुरम ने दो साल पहले एक महिला आईपीएस अधिकारी के यौन उत्पीड़न मामले में स्पेशल डीजी को दोषी ठहराया है। इस मामले में स्पेशल डीजी को कोर्ट ने तीन साल कैद की सजा सुनाई है।
आरोप के मुताबिक एसपी रहीं महिला IPS जब सीएम के दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था में तैनात थी, तो उस दौरान उनके जिले में आए विशेष डीजीपी ने शिष्टाचार के नाते कार में चढऩे को कहा। कार में स्पेशल डीजी ने महिला IPS अफसर का यौन उत्पीडऩ किया। पीडि़ता ने इसकी शिकायत डीजीपी जेके त्रिपाठी और गृह सचिव से की थी। इस मामले ने काफी तूल पकड़ा था। राज्य सरकार ने इस मामले में जांच कमेटी गठित की थी।
क्या है पूरा मामला
तमिलनाडु के पूर्व स्पेशल DGP राजेश दास के खिलाफ यौन प्रताड़ना के आरोप लगे थे। आरोप लगाने वाली महिला भी IPS अधिकारी ही थी। आरोप है कि पूर्व स्पेशल DGP ने पीड़िता का हाथ अपने हाथ में लेकर उसके पीछे किस किया, जिसके बाद पीड़िता ने तुरंत अपना हाथ वापस खींचा और कहा कि वो उनके साथ सहज नहीं है। इसके बाद राजेश दास मुस्कुराने लगे और हाथ छोड़ दिया। आरोप है कि इसके कुछ देर बाद वो फिर पीड़िता से अपना हाथ देने को कहने लगे।ये मामला तब का है, जब महिला एसपी वीआईपी ड्यूटी में तैनात थे। महिला IPS अधिकारी के आरोपों के अनुसार, पूर्व स्पेशल DGP ने इसके बाद फिर से उनका हाथ अपने हाथ में ले लिया और अजीब हरकतें करने लगे। राजेश दास के खिलाफ यौन प्रताड़ना का मामला दर्ज कर लिया गया है। मद्रास हाईकोर्ट ने भी इस मामले का स्वतः संज्ञान लिया है। FIR में कहा गया कि पूर्व स्पेशल DGP ने कई बार मना करने के बावजूद पीड़िता का हाथ पकड़ा, किस किया और फोटो क्लिक किया।ये फरवरी 21, 2021 को करूर इलाके में हुई। लाइटहाउस कॉर्नर में तब मुख्यमंत्री की बैठक थी और उक्त IPS अधिकारी को बंदोबस्त ड्यूटी में लगाया गया था। तभी तत्कालीन स्पेशल DGP ने उन्हें अपनी कार में बैठने को कहा। उनका कहना है कि उसी कार में ये घटना हुई। सबसे पहले राजेश दास ने उन्हें गाना गाने को कहा, जो उन्होंने किया। इसके बाद वो पीड़िता का हाथ पकड़ कर 20 मिनट तक आँख बंद किए बैठे रहे। इसके बाद आरोपित ने उन्हें एक तौलिया दिया, ताकि वो अपने हाथ साफ़ कर सके। वो तब चौंक गई, जब आरोपित ने अपने फोन में उनकी कई तस्वीरें दिखाईं, जिन्हें ‘फेवरिट्स’ सेक्शन में डाल कर रखा गया था। दास ने तब बताया कि वो जब चाहें तब इन्हें देख सके, इसीलिए उन्होंने ऐसा किया है। ये तस्वीरें पिछले कुछ मौकों पर उन्होंने खुद क्लिक की थी। आरोप है कि उन्हें शिकायत करने से रोकने के लिए 10-15 पुलिसकर्मियों को लगाया गया। कुछ दिनों बाद उनके ससुर के पास फोन कॉल कर दास ने कॉम्प्रोमाइज करने को कहा और दावा किया कि वो पीड़िता के पाँव पर गिरने को भी तैयार हैं। इस बारे में पीड़िता के पति ने पीड़िता को बताया। इसीलिए, इस मामले में आधिकारिक शक्तियों के दुरुपयोग का मामला भी दर्ज किया गया है।