जमशेदपुर : कांग्रेस पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज किए जाने के आरोपों और प्रदर्शन पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर जोरदार पलटवार किया है। भाजपा के जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस का कोई बैंक अकाउंट फ्रीज नहीं हुआ है। लोकसभा चुनाव में अपनी निश्चित हार को देखते हुए कांग्रेस पार्टी और उनके नेतागण जनता को गुमराह करने के लिए झूठी बयानबाजी और विरोध प्रदर्शन का ढोंग कर रहे हैं। उपरोक्त बातें जमशेदपुर महानगर के भाजपा जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने सोमवार को साकची स्थित जिला भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही। प्रेस वार्ता में जिला महामंत्री अनिल मोदी एवं जिला मीडिया प्रभारी प्रेम झा मौजूद रहे।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने इनकम टैक्स की चोरी के समर्थन में कांग्रेस द्वारा किये गए धरना-प्रदर्शन पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी का धरना प्रदर्शन ‘चोरी और सीनाजोरी’ का ज्वलंत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक तो नियमों का पालन नहीं करती, जब एजेंसियां इसके लिए नोटिस देती हैं तो उसे अनदेखा करती है। अंत में जब कार्रवाई होती है, तो विक्टिम कार्ड खेलने लग जाती है। अगर आप नियमों का पालन नहीं करेंगे तो कार्रवाई होना ही है। सुधांशु ओझा ने कहा कि जब उच्च न्यायालय ने नियमानुसार कांग्रेस की याचिका को खारिज कर दिया, तो ये लोग अब जनता में झूठ फैलाने के लिए धरना-प्रदर्शन का सहारा ले रहे हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस डबल डिजिट में सिमट कर रह गई थी, मगर ऐसे कारनामों के बाद, आने वाले चुनावों में कांग्रेस सिंगल डिजिट में ही रह जाएगी।
जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने कहा कि देश की हर राजनीतिक पार्टी के लिए उसकी आय उसे मिला हुआ चंदा ही होता है। लेकिन इस आय पर छूट पाने के लिए हर दल को आयकर अधिनियम 13 (ए) की शर्तों को पूरा करना होता है। आयकर विभाग के अनुसार, कांग्रेस का सच यह है कि असेसमेंट वर्ष 2018-19 में अधिनियम 13(ए) का उल्लंघन किया है। आश्चर्यजनक बात ये है कि कांग्रेस पार्टी को इस असेसमेंट वर्ष के 33 महीने और कमिश्नरेट में उनकी अपील खारिज होने के 10 महीने तक कई नोटिस दिए गए लेकिन कांग्रेस ने इन नोटिसों का अनदेखा किया। कहा कि आयकर विभाग ने अधिनियम 226 (3) के तहत रिकवरी की प्रक्रिया शुरू की। देनदारी की रिकवरी की प्रक्रिया शुरू होने के बाद कांग्रेस ने पहले आयकर ट्रिब्यूनल और फिर उच्च न्यायालय में याचिका दायर की, लेकिन दोनों ही जगह उनकी याचिका खारिज कर दी गई। कांग्रेस आयकर विभाग द्वारा अपने खाते फ्रीज किए जाने के बयान देकर लोगों में भ्रम फैलाने का कुत्सित प्रयास कर रही है, जबकि सच ये है कि सिर्फ देनदारी को रोका गया, बची हुई राशि पर कोई रोक नहीं है। उच्च न्यायालय से जब कांग्रेस को फटकार लगी तो लूट-झूट और भ्रम के राजनीति की आदि कांग्रेस के लोग धरने पर उतर आए हैं।
जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने कहा कि कांग्रेस आयकर विभाग के खिलाफ धरना कर रही है या उच्च न्यायालय के खिलाफ? क्योंकि कांग्रेस ने ही जब उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया तो उन्हें वहां से भी फटकार ही मिली। कांग्रेस अपने इस कृत्य से सिर्फ जनता को गुमराह कर रही है। आगे उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि हर पार्टी का यह कर्तव्य है कि वो देश के सर्वोच्च संवैधानिक संस्थानों का सम्मान करें, लेकिन कांग्रेस पार्टी सदैव इन संस्थानों का अपमान करती आई है।
जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने कहा कि कांग्रेस ने देश में 60 साल तानाशाह की तरह राज किया। कांग्रेस केवल मेवा के लिए राज करना चाहती है, मगर भारतीय जनता पार्टी देश और जनता की सेवा के लिए सदैव तत्पर रहती है। देश की जनता कांग्रेस पार्टी के तौर-तरीकों से भली-भांति परिचित है। कांग्रेस ने केवल टैक्स की ही चोरी नहीं की, बल्कि 2004 से 2014 तक देश में बहुत से घोटालों को भी अंजाम दिया। लेकिन मोदी काल में कानून सबके लिए बराबर है, कानूनी कार्रवाई के बीच कोई आएगा, तो उसे कानून के लंबे हाथों का सामना और देश के कानून का पालन करना ही होगा। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई नेता देश के संवैधानिक संस्थानों को धमका रहे हैं। देश की जनता यह समझ रही है कि कांग्रेस चुनाव में हार के डर से घबराकर हताशा में ऐसा कर रही है।
वहीं, जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने कहा कि कांग्रेस ने 2 जी और कॉमनवेल्थ समेत अनेक घोटाले कर देश के 12 लाख करोड़ रुपए लूटे, मगर इतने के बाद भी अपना इनकम टैक्स नहीं भर रही है। कांग्रेस मानती है कि देश की संवैधानिक संस्थाएं उनकी जागीर है और नियम एवं कानून को मानने से उनका अपमान होता है। लोग जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी ‘कर की चोर है, करती शोर है, लेकिन पार्टी सीनाजोर है। 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस डबल डिजिट में सिमट कर रह गई थी, मगर ऐसे कारनामों के बाद, आने वाले चुनावों में कांग्रेस सिंगल डिजिट में ही रह जाएगी। कांग्रेस जैसे ही अपने किए अपराधों में फंसने लगती है, उसके नेता लोकतंत्र की दुहाई देने लगते हैं। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार में पारदर्शी लोकतंत्र था, है और रहेगा। कांग्रेस पार्टी के झूठे आरोपों में कोई भी दम नहीं है और उनकी सच्चाई, देश की जनता के सामने पूरी तरह से प्रकट हो चुकी है। आने वाले लोकसभा चुनाव में जनता कांग्रेस का पूरा हिसाब कर देगी।